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बंदरों ने जमकर मचाया आतंक, लड़के का किया ये हाल

jantaserishta.com
28 July 2022 5:42 AM GMT
बंदरों ने जमकर मचाया आतंक, लड़के का किया ये हाल
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में बंदरों का आतंक बढ़ रहा है। बंदर घरों में घुसकर भी हमला कर रहे हैं। बंदर के हमले में घायल एक लड़के ने बताया कि वो अपने घर में सो रहा था। एक बंदर ने घर में घुसकर उसे कई बार काटा। गांव में करीब 8-10 बंदर काटने के मामले सामने आ चुके हैं। आमतौर पर लोग लाठी-डंडे लेकर घर से बाहर निकलते हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए डीएम, शिवकांत द्विवेदी ने कहा कि खासकर मीरगंज इलाके में बंदरों का दहशत है। हमने वन्यजीव प्रमुख वार्डन से बंदरों को पकड़ने की अनुमति मांगी है। मैं निवासियों से सावधान रहने का आग्रह करूंगा। घायलों का हमारे जिला अस्पतालों में इलाज हो सकता है।

बता दें कि क्षेत्र में खूंखार बंदरों ने बुधवार को फिर चार लोगों पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। सभी का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। बंदर एक सप्ताह में मीरगंज क्षेत्र में एक की जान ले चुके हैं जबकि 68 लोगों को घायल कर चुके हैं। सतुईया और आसपास के गांवों में हर शख्स बंदरों से खौफजदा है। बच्चे डंडे लेकर स्कूल जा रहे हैं। बंदरों के डर से गांव में दुकान, दरवाजे पर लोग डंडे लेकर बैठ रहे हैं। बंदर हमला कर जंगल में भाग जाते हैं। बंदर अब तक थानपुर के 12 लोगों को घायल कर चुके हैं। गांव खिरका, खरगपुर, औंध, मढ़ौली, नारा फरीदापुर, मुगलपुर, कस्बा फतेहगंज पश्चिमी में ग्रामीणों को हमला कर गंभीर रूप से घायल कर चुके हैं। गांव मुगलपुर के बंदरों के हमले में घायल सूरज राजश्री अस्पताल में इलाज करा रहे हैं।
खूंखार बंदर अचानक खेत, घर में बैठे, सोते लोगों पर हमला कर घायल कर देते हैं। खिरका के प्रधान ने बताया बंदर खिरका और पड़ोसी गांव खरगपुर में हमले कर रहे हें। सतुइया निवासी योगेश के सिर पर बंदर ने हमला किया। सुभाष ने बताया वह परसों राजश्री के पीछे खेत में ट्रैक्टर पर लेटे थे। बंदर ने हाथ से मांस निकाल कर ले गए।
गांव सतुइया और राजश्री मेडिकल कालेज के हास्टल में रहने वाला हर शख्स बंदरों से खौफजदा है। सतुइया निवासी घायल युवक को मां घर के दरवाजे पर लाई तो घायल डंडा पकड़े था। गांव की दुकानों के आगे ग्रामीण लाठी डंडे लेकर जमे हैं।
खिरका के प्राथमिक स्कूल और पूर्व माध्यमिक स्कूल में बंदरों के डर से आधे बच्चे भी पढ़ने नहीं आ रहे हैं। बुधवार को सतुइया के बच्चे छुट्टी में हाथों में डंडे लेकर आते रास्ते में मिले। बताया, बंदर बहुत लोगों को काट चुके हैं। रास्ते में बंदर हमला न कर दें इसलिए डंडे लेकर स्कूल जाते हैं।
बुधवार को खिरका के स्कूल में 12 बजे एक खूंखार बंदर घुसने से हड़कम्प मच गया। शिक्षकों ने प्रधान को सूचना दी। प्रधान ने बताया कि बच्चे डर गए। बच्चों की सुरक्षा को छुट्टी करा दी।
बुधवार को वन विभाग की टीम के साथ पीलीभीत से डब्लूडब्लूआई के विशेषज्ञ डॉ. दक्ष राजश्री पहुंचे। डॉ. दक्ष ने रेंजर और डिप्टी रेंजरों के साथ राजश्री अस्पताल में घायलों से बात की। टीम ने बंदरों को तलाश किया।
ग्रामीण इलाकों में अब ग्राम पंचायत बंदरों को पकड़वाने पर अपनी निधि खर्च कर सकेंगी। बंदर पकड़ने वाली संस्थाओं से संपर्क भी शुरू किया गया है। बुधवार को मीरगंज के एसडीएम ने तहसील के सभी ब्लॉक के एसडीएम को बंदर पकड़वाने के लिए पत्र भेज दिया। उम्मीद है इसी सप्ताह बंदरों की धरपकड़ शुरू हो जाएगी। एडीएम प्रशासन वीके सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत बंदरों को पकड़वाने पर ग्राम निधि का इस्तेमाल कर सकेंगी।

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