भारत

मनी लॉन्ड्रिंग: दैनिक और सप्ताह के आधार पर ब्याज देने के नाम पर लोगों से की करोड़ों की ठगी, अब ED ने किया गिरफ्तार

Kunti Dhruw
20 Jan 2022 5:01 PM GMT
मनी लॉन्ड्रिंग: दैनिक और सप्ताह के आधार पर ब्याज देने के नाम पर लोगों से की करोड़ों की ठगी, अब ED ने किया गिरफ्तार
x
बड़ी खबर

दक्षिण भारत (India) में दैनिक या साप्ताहिक आधार पर ब्याज (Intrest) देने का वादा कर आम जनता से करोड़ों रुपए ठगने वाले अनस अहमद (Anas Ahmed) को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है. अनस अहमद के चीनी व्यक्तियों से संबंध भी बताए जाते हैं और इस पूरे मामले का मास्टर माइंड भी उसे माना जाता है. ईडी की विशेष अदालत ने पूछताछ के लिए सहमत को 6 दिन की रिमांड पर लिया है. ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि अनस अहमद और उसके सहयोगियों ने मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से जनता को पावर बैंक और कुछ ऐसे ही अन्य कथित तौर पर धोखाधड़ी करने वाले ऐप के माध्यम से निवेश करने के लिए प्रेरित किया.

आम जनता को उनकी कंपनियों में पैसा लगाने के बदले यह लालच दिया गया कि उन्हें दैनिक या साप्ताहिक आधार पर ब्याज दिया जाएगा. यह ब्याज भी बेहद आकर्षक तरीके से बताया गया था. आम लोगों ने भारी मात्रा में अपना पैसा ब्याज के लालच में अनस अहमद से संबंधित कंपनियों में लगाया. आरोप है कि पैसा इकट्ठा करने के बाद ये कंपनियां बंद कर दी गई. आरोपी संस्थाओं ने ना तो ब्याज का भुगतान किया और ना ही मूल राशि आम जनता को लौटाई जिसके परिणाम स्वरूप करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी हुई.
ईडी का दावा है कि जांच के दौरान उसे पता चला की अनस अहमद दो आरोपी फर्मों एच एडं एस वेंचर और क्लीफोर्ड वेंचर्स में भागीदार है. यह दोनों आरोपी फर्म जनता से ₹84 करोड़ इकट्ठा करने के लिए जिम्मेदार बताई गई है. प्रवर्तन निदेशालय को यह भी पता चला कि अनस अहमद ने अपनी साझेदार फर्मों के माध्यम से निवेश योजनाओं की आड़ में जनता से एकत्र किए गए पैसे की मनी लॉन्ड्रिंग की.जनता से लूटी गई रकम को भारत से बाहर भेजने के लिए क्रिप्टो करेंसी में भी परिवर्तित किया गया. यही नहीं जनता से लूटे गये पैसों को शैल कंपनियों के माध्यम से भी अन्य जगहों पर भेजा गया जिससे धोखाधड़ी का पता ना चल सके. आरोपियों की कोशिश थी कि वास्तव में पैसा कहां लगाया गया इस बारे में सही जानकारी ना मिल सके.
प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि अनस अहमद के संबंध कुछ चीनी व्यक्तियों से भी हैं और संभवत उन्हीं से प्रभावित होकर अनस ने यह धोखाधड़ी की थी. फिलहाल, यह सारा पैसा कहां गया और अनस के चीनी लोगों से क्या संबंध है इस बारे में प्रवर्तन निदेशालय ने अनस से पूछताछ करने के लिए उसे गिरफ्तार कर लिया है. ईडी के मुताबिक वर्तमान में अनस अहमद न्यायिक हिरासत में चेन्नई सेंट्रल जेल में है. क्योंकि उसे सीबीसीआईडी द्वारा दर्ज किए गए मामले के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया था. ईडी की एप्लीकेशन के आधार पर बेंगलुरु में पीएमएलए मामलों के विशेष न्यायाधीश ने अनस अहमद को 6 दिनों की पूछताछ के लिए ईडी हिरासत में भेजने की अनुमति दी है मामले की जांच जारी है.


Next Story