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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: क्षेत्रफल के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे राजस्थान में अगले साल सूबे की सरकार चुनने के लिए मतदान होना है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में रणनीति को लेकर मंथन शुरू हो गया है. वहीं अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस भी एक्टिव मोड में आता नजर आ रहा है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का फोकस राजस्थान पर है और शायद यही वजह है कि संघ ने प्रदेश के झुंझुनू में प्रांत प्रचारकों की बड़ी बैठक का आयोजन किया है. संघ के प्रांत प्रचारकों की ये बैठक 7 से 9 जुलाई तक चलेगी. संघ के प्रांत प्रचारकों की इस तीन दिवसीय बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी शामिल होंगे.
प्रांत प्रचारकों की इस बैठक में शामिल होने के लिए सरसंघचालक मोहन भागवत राजस्थान पहुंच चुके हैं. बैठक में सभी 45 प्रांत प्रचारक, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संगठन महासचिव बीएल संतोष और शिवप्रकाश भी हिस्सा लेंगे. बैठक में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेताओं के भी शामिल होने की खबर है. कहा जा रहा है कि इस बैठक में संघ के अलग-अलग संगठनों के कामकाज देख रहे प्रचारक भी मौजूद रहेंगे.
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद राजस्थान राजनीति का केंद्र बन गया है. ऐसे माहौल में होने जा रही संघ की इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. संघ की इस बैठक में राजस्थान के ताजा हालात पर भी चर्चा होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. इस बैठक में आरएसएस के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर भी चर्चा होगी. 2025 में संघ की स्थापना के सौ साल पूरे हो रहे हैं.
संघ के नेता इस बैठक को हर साल होने वाली रूटीन बैठक बता रहे हैं. गौरतलब है कि आरएसएस ने संगठन के लिहाज से देश को 11 क्षेत्रों में बांटा हुआ है और इनमें 45 प्रांत हैं. प्रत्येक प्रांत में एक प्रमुख प्रचारक होता है जिसे प्रांत प्रचारक कहा जाता है. आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के पास मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की जिम्मेदारी है जो कन्हैया लाल के लिए जगह-जगह श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित कर रहा है. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच देश में सौहार्द बनाए रखने के लिए अन्य मुस्लिम संगठनों के साथ भी चर्चा कर रहा है. ये संगठन, मुस्लिम संगठनों के साथ भी कट्टरपंथ के विरोध में मुहिम चलाने को लेकर भी विचार-विमर्श कर रहा है.
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