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मोहन भागवत ने दिलाई घर वापसी की शपथ, कहा- 'अहंकार से टूटती है एकता'

Deepa Sahu
15 Dec 2021 5:30 PM GMT
मोहन भागवत ने दिलाई घर वापसी की शपथ, कहा- अहंकार से टूटती है एकता
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बुधवार को चित्रकूट में हिंदू एकता महाकुंभ को संबोधित किया

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बुधवार को चित्रकूट में हिंदू एकता महाकुंभ को संबोधित किया. उन्होंने हिंदू धर्म छोड़ने वालों की घरवापसी का आह्वान किया. मोहन भागवत ने हिंदू एकता महाकुंभ में मौजूद लोगों को शपथ दिलाई कि वे उन लोगों की घर वापसी कराएंगे जो हिंदू धर्म छोड़ चुके हैं और किसी अन्य धर्म को अपना लिया है. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि डर ज्‍यादा दिन तक बांध नहीं सकता है. अहंकार से एकता टूटती है. हम लोगों को जोड़ने के लिए काम करेंगे. महाकुंभ में शामिल हो रहे लोगों को उन्‍होंने इसका संकल्‍प भी दिलाया.

हिंदू एकता महाकुंभ में मौजूद लोगों ने मोहन भागवत के साथ संकल्प लेते हुए कहा कि, मैं हिंदू संस्कृति के धर्मयोद्धा मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की संकल्प स्थली पर सर्वशक्तिमान परमेश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लेता हूं कि मैं अपने पवित्र हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति और हिंदू समाज के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि किसी भी हिंदू भाई को हिंदू धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा. जो भाई धर्म छोड़ कर चले गए हैं, उनकी भी घर वापसी के लिए कार्य करूंगा. उन्हें परिवार का हिस्सा बनाऊंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि हिंदू बहनों की अस्मिता, सम्मान और शील की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करूंगा. जाति, वर्ग, भाषा, पंथ के भेद से ऊपर उठ कर हिंदू समाज को समरस सशक्त अभेद्य बनाने के लिए पूरी शक्ति से कार्य करूंगा.110 शंखों के नाद से हुई शुरुआत


हिंदू महाकुंभ की शुरुआत मंगलवार को 1100 शंखों के नाद से हुई. महाकुंभ में मोहन भागवत के अलावा देश की कई बड़ी हस्तियां पहुंचीं. महाकुंभ का आयोजन तुलसीपीठाधीश्वर श्री रामभद्राचार्य कर रहे हैं. कार्यक्रम को श्री श्री रविशंकर ने भी संबोधित किया. उन्‍होंने कहा कि कुछ लोग जुटते हैं तो भय पैदा होता है, जबकि जहां संत और हिंदू इक्‍ट्ठा होते हैं वहां अभय मिलता है. उन्‍होंने कहा कि देशभक्ति और ईश्‍वर भक्ति एक ही है. जो देशभक्‍त नहीं है वो ईश्‍वरभक्‍त भी नहीं हो सकता.


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