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Modi Oath Ceremony: जितिन प्रसाद को राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ।
नरेंद्र मोदी की अगुआई में लगातार तीसरी बार NDA की सरकार बनी. नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली.
कैबिनेट गठन में ये हो रहे शामिल
• 72 मंत्री शपथ लेंगे.
• प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नई टीम में 30 अन्य कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं.
• कैबिनेट में विभिन्न सामाजिक समूहों से नेतृत्व मिला है. 27 ओबीसी, 10 एससी, 5 एसटी, 5 अल्पसंख्यक जिसमें रिकॉर्ड 18 वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं जो मंत्रालयों का नेतृत्व कर रहे हैं.
• 11 एनडीए सहयोगी मंत्री भी साथ.
• 43 मंत्री संसद में 3 या उससे अधिक कार्यकाल तक सेवा दे चुके हैं, 39 केंद्र सरकार में पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
• कई पूर्व सीएम, 34 राज्य विधानसभाओं में सेवा दे चुके हैं, 23 राज्यों में मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं.
नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे नेहरू के बाद ऐसा करने वाले दूसरे पीएम बन गए हैं। मोदी के बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में 7 देशों के लीडर्स के अलावा देश के फिल्म स्टार भी इस समारोह में पहुंचे। इनमें अक्षय कुमार, शाहरुख खान, विक्रांत मेसी और राजकुमार हिरानी शामिल हैं। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी भी दिखे। मोदी ने रविवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे अटल जी की समाधि और नेशनल वॉर मेमोरियल गए। सुबह मोदी ने अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ मीटिंग की। लगातार छठी बार सांसद बने जुएल ओरांव भाजपा में प्रमुख आदिवासी चेहरा हैं। संघ के करीबी हैं। अटल सरकार में भी मंत्री रहे थे।
वीरेंद्र खटीक ने टीकमगढ़ से कांग्रेस के पंकज अहिरवार को 4 लाख से ज्यादा वोटों से हराया।वीरेंद्र संघ से जुड़े रहे। ABVP से छात्र राजनीति की शुरुआत की। 8 बार से सांसद हैं। 2019 में प्रोटेम स्पीकर चुने गए थे। राम मोहन नायडू ने श्रीकाकुलम से YSRCP के तिलक पराड़ा को 3.27 लाख वोटों से हराया।तीसरी बार सांसद बने। सबसे कम उम्र के मंत्री हैं। चंद्रबाबू नायडू के करीबी हैं। पिता येरन नायडू की एक्सीडेंट में मौत के बाद राजनीति में आए। सर्बानंद सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पिछली बार हिमंता बिस्व सरमा के CM बनने के बाद केंद्र में मंत्री बने। दो बार मोदी कैबिनेट में रह चुके हैं। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। धर्मेंद्र प्रधान पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इससे पहले वे राज्यसभा में रहे। संगठन में लंबा अनुभव। मोदी-शाह के करीबी। मुंबई नॉर्थ से पहली बार सांसद बने। मोदी के करीबी। मोदी कैबिनेट में रेल, कोयला और वाणिज्य मंत्री रह चुके। पिता वेदप्रकाश गोयल भी केंद्रीय मंत्री रह चुके।
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