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मोदी सरकार ने संसद में दी जानकारी, 370 निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में मारे गए 14 कश्मीरी पंडित
jantaserishta.com
6 April 2022 10:39 AM GMT
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नई दिल्ली: राज्यसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लिखित जवाब देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद, 2105 प्रवासी नौकरी के लिए घाटी वापस लौट आए और 14 कश्मीरी पंडित आतंकवादियों द्वारा मारे गए.
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद, जम्मू कश्मीर में लगभग 2105 प्रवासी, प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत प्रदान की गई नौकरियों को लेने के लिए, कश्मीर घाटी वापस लौट आए हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में 2020-21 में नियुक्तियों की संख्या 841 थी और 2021-22 में नियुक्तियों की संख्या 1264 थी.
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कहा कि कश्मीरी पंडितों के लिए 3000 नौकरियां देने का वादा किया गया था, अब तक कितने लोगों को नौकरियां दी गईं? साथ ही, उन्होंने सवाल किया कि मंत्रालय ने जवाब में कश्मीरी पंडितों को कश्मीरी माइग्रेंट्स (प्रवासी) कहा है, कश्मीरी पंडितों को दिया गया माइग्रेंट्स लेबल कब खत्म होगा?
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि मैं तो इसे और संशोधित करना चाहता हूं. मैं तो इसे हिंदू कश्मीरी पंडित कह रहा हूं. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि जो लोग वहां जाना चाहते हैं उनके लिए हम वहां आवास बना रहे हैं.
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि 5 अगस्त 2019 से 24 मार्च 2022 तक, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी द्वारा 14 कश्मीरी पंडित और अन्य हिंदू मारे गए हैं.
प्रश्नकाल के दौरान, बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा के सवाल पर नित्यानंद राय ने यह जानकारी भी दी कि जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक विकास के क्षेत्र में 51 हजार करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव आए हैं, जो वहां के नौजवानों को रोजगार देने में बहुत ही सार्थक हैं. 4,50,000 लोगों से अधिक को रोजगार मिलने की संभावना है. 2019 से अब तक 26,303 पदों की पहचान की गई है, जिसमें से 11,324 राजपत्रित कर्मचारी और अराजपत्रित कर्मचारी और 4th class के पदों के चयन की प्रक्रिया पूरी हुई है और शेष रिक्तियों की प्रक्रिया जारी है.
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