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2024 में फिर मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता घटी, फिर भी होगी सत्ता में वापसी, पीएम पर पीएचडी करने वाले शख्स का दावा

jantaserishta.com
2 Jun 2021 2:45 AM GMT
2024 में फिर मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता घटी, फिर भी होगी सत्ता में वापसी, पीएम पर पीएचडी करने वाले शख्स का दावा
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कोरोना काल में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते कई लोगों ने अपनों को खो दिया. माना जा रहा है कि लोगों को हुई तकलीफों के बाद पीएम मोदी की लोकप्रियता कम हुई है लेकिन, गुजरात के मेहुल चोकसी ने कहा कि वर्तमान स्थिति में भले ही पीएम की लोकप्रियता में कमी आयी हो लेकिन, पीएम आज भी लोगों के दिलों में बसते हैं. आनेवाले चुनावों में भाजपा फिर से सत्ता में काबिज होगी.

सूरत के रहनेवाले मेहुल चोकसी ने पीएम मोदी पर पीएचडी थीसिस की है. उनकी रिसर्च थीसिस का नाम 'लीडरशिप अंडर गवर्नमेंट- केस स्टडी ऑफ नरेंद्र मोदी' है. इस रिसर्च में 450 लोगों का इंटरव्यू किया गया था, जिसमें सरकारी अफसर, किसान, स्टूडेंट और पॉलिटिकल लीडर्स थे. मेहुल ने इनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप क्वालिटी से जुड़े सवाल पूछे थे और इसी के आधार पर उन्होंने पाया कि पीएम मोदी की स्पीच काफी अपीलिंग होती है.
वहीं, उनकी रिसर्च में 48 प्रतिशत लोगों का मानना है कि मोदी पॉलिटिकल मार्केटिंग में बेस्ट हैं लेकिन, वर्तमान समय में मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ गिरा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा दिल्ली-बंगाल जैसे मजबूत राज्यों में मुंह की खानी पड़ी है. इसके पीछे की वजह को लेकर मेहुल बताते है कि कोरोना की पहली वेव में पीएम मोदी के कार्य की विश्व पटल पर तारीफ हुई है. हालांकि दूसरी वेव में कुछ कमी जरूर हो गयी जिससे लोगों की नाराजगी मीडिया में देखने को मिली है. मगर उनकी छवि में कोई फर्क नही पड़ेगा, आज भी पीएम मोदी का लोगों में विश्वास है और आनेवाले चुनावों में इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
पीएम मोदी पर डॉक्टरेट करनेवाले मेहुल चोकसी 2010 में अपनी थीसिस लिख रहे थे. तब उस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. मेहुल ने मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी से जुड़े सवाल पूछे थे, जहां 51 प्रतिशत लोगों ने पॉजीटिव, 34.25 प्रतिशत लोगों ने नेगेटिव फीडबैक दिया था. 46.75 प्रतिशत लोगों ने कहा था कि पॉपुलरिटी के लिए लीडर को ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं जो जनता के लिए सही हों.
उनका कहना है कि कोरोना काल में प्रशासनिक असफलता के चलते पांच राज्यों के चुनावी नतीजों में अपेक्षाकृत परिणाम पाने में भाजपा असफल हुई है. ऐसे में आगामी दिनों में देश में होनेवाले चुनावों में लोग फिर से पीएम मोदी को देखकर अपना मत देंगे.
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