मोढेरा गांव गुजरात के मेहसाणा गांव से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वहीं, राजधानी गांधीनगर से इसकी दूरी करीब 100 किमी है। पुष्पावती नदी के किनारे बसे इस गांव का भौगोलिक इलाका करीब 2,436 हेक्टेयर है। यह सौर ऊर्जा से चलने वाला देश का पहला गांव बनने वाला है। गांव में ग्राउंड-माउंटेड सोलर पॉवर प्लांट बनाया गया है। साथ ही 1 किलोवॉट के 1300 से ज्यादा रूफटॉप सोलर सिस्टम लोगों की छतों पर लगाए गए हैं। इनसे इन घरों में बिजली की जरूरत पूरी होगी। यह सभी सोलर सिस्टम बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम से जुड़े हुए हैं। इस प्रोजेक्ट को नाम दिया गया है, 'सोलराइजेशन ऑफ मोढेरा सन टेम्पल एंड टाउन'।
दिन के समय में सोलर पैलर से गांव की ऊर्जा जरूरत पूरी होगी है। वहीं शाम के समय बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम से ऊर्जा आपूर्ति की जाएगी। यह भारत का पहला ग्रिड कनेक्टेड मेगावॉट ऑवर स्केल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम घरों को बिजली सप्लाई देगा। इस गांव के लिए सोलर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में राज्य और केंद्र सरकार दोनों का योगदान है। राज्य और केंद्र दोनों सरकारों ने मिलकर 80 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया है। पूरा प्रोजेक्ट दो चरणों में डेवलप किया गया है। राज्य सरकार ने इसके लिए 12 हेक्टेयर की जमीन एलॉट की थी।