भारत

सेंट्रल जेल में मिला मोबाइल का जखीरा...पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

Admin2
25 Feb 2021 9:04 AM GMT
सेंट्रल जेल में मिला मोबाइल का जखीरा...पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
x
बड़े-बड़े अपराधी बंद है जेल में

जोधपुर.देश की सबसे सुरक्षित जिलों में शुमार जोधपुर सेंट्रल जेल एक बार फिर सुर्खियों में है. इस जेल में बंद कुख्यात बदमाशों की बैरक से एंड्रॉयड मोबाइल का जखीरा बरामद किया गया है. पुलिस ने इस हाई सिक्योरिटी जेल से 17 एंड्रॉयड फोन, 18 सिम और चार्जर बरामद किये हैं. जोधपुर सेंट्रल जेल में सुरक्षा के लिहाज से अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं. इनमें बॉडी स्कैनर सहित अन्य उपकरण शामिल हैं. फिर भी जोधपुर सेंट्रल जेल में लगातार मोबाइल बरामद हो रहे हैं. यह जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहे हैं. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट डीसीपी (पूर्व) धर्मेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में गुरुवार की देर रात रातानाडा थाना अधिकारी लीलाराम सहित पुलिस की स्पेशल टीम ने जोधपुर सेंट्रल जेल में तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान सेंट्रल जेल से पुलिस को मोबाइल का जखीरा बरामद हुआ है. डीसीपी यादव ने बताया कि जेल की बैरक तथा बंदियों से 17 मोबाइल 18 सिम और चार्जर बरामद किये गये हैं. पहले भी मोबाइल बरामद होने के बाद जोधपुर सेंट्रल जेल सुर्खियों में आई थी. इससे पूर्व भी जोधपुर सेंट्रल जेल में एक बंदी पकड़ा गया था. वह अपने गुप्तांग में 6 मोबाइल छिपाकर जेल में ले जाने की में कामयाब हो गया था. इसके अलावा पुलिस समय-समय पर जेल में दबिश देती है और मोबाइल सिम व चार्जर बरामद होते रहते हैं.

जोधपुर सेंट्रल जेल में कथावाचक आसाराम समेत पूर्व मंत्री महिपाल सिंह मदेरणा और पूर्व विधायक मलखान सिंह भी बंद हैं. हिरण शिकार मामले में फिल्म अभिनेता सलमान खान भी इस जेल में रह चुके हैं. वहीं कई आतंकी भी इस जेल की सलाखों के सजा काट चुके हैं. ऐसे में इस संवेदनशील जेल में मोबाइल बरामद होना ना केवल आश्चर्य का विषय है बल्कि जेल के कर्मचारियों के द्वारा कैदियों तक मोबाइल पहुंचाने का शक भी पैदा करते हैं.

गौरतलब है कि जोधपुर सेंट्रल जेल में जब कुख्यात हिस्ट्रीशीटर लॉरेंस बिश्नोई बंद था उस दौरान जोधपुर में कई व्यापारियों और डॉक्टर्स पर हमले हुए थे. तब यह आरोप लगा था कि लॉरेंस बिश्नोई जेल से ही अपने संगठन को संचालित कर रहा है. ऐसे में जोधपुर सेंट्रल जेल में लगातार मोबाइल मिलने से इस बात को लेकर शक पुख्ता होता है कि अपराधी भले ही जेल में हों लेकिन वे अपने गिरोह का संचालन वहां बैठकर भी बड़े आराम से करते हैं.

Next Story