स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने बताया कि मोबाइल पशु चिकित्सा एम्बुलेंस केन्द्र एवं राज्य शासन की संयुक्त योजना है। एम्बुलेंस संचालन में प्रतिवर्ष लगभग 77 करोड़ रुपए व्यय होंगे। इसमें केन्द्रांश एवं राज्यांश का अनुपात 60 और 40 होगा। एम्बुलेंस में पशु उपचार, शल्य चिकित्सा, कृत्रिम गभार्धान, रोग परीक्षण आदि के लिए सभी संबंधित उपकरण मौजूद रहेंगे। कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर ह्य1962ह्य पर कॉल करके पशुपालक अपने घर पर ही पशु चिकित्सा का लाभ उठा सकेंगे। एम्बुलेंस में एक पशु चिकित्सक, पैरावेट और सहायक सह-चालक रहेंगे। एम्बुलेंस राज्य स्तरीय कॉल सेंटर से जुड़ी रहेंगी। एम्बुलेंस की मॉनिटरिंग जीपीएस से की जायेगी।
गौवंश संरक्षण राज्य शासन की प्राथमिकता में शामिल है। मध्यप्रदेश गौवंश संरक्षण और रक्षा के लिए कड़े कानून लागू करने वाले देश के अग्रणी राज्यों में हैं। गौवंश वध प्रतिशेध अधिनियम में गाय का वध करने पर सात साल की सजा का प्रावधान है। प्रदेश में 1762 गौशालाओं में दो लाख 87 हजार गौवंश का पालन हो रहा है। वर्ष 2022-23 में इनके चारे के लिए 202 करोड़ 34 लाख का अनुदान वितरित किया गया.