असम (Assam) के डिब्रूगढ़ में शनिवार को पांच साल के बच्चे की हत्या के आरोपी एक व्यक्ति की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या (Mob Lynching) कर दी और बाद में उसे आग लगा दी. यह घटना डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) के रोहमोरिया इलाके के धालाजन चाय बागान में पांच साल के एक बच्चे की कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या करने के बाद हुई. 35 वर्षीय सुनील तांती पर कथित तौर पर नाबालिग की हत्या का आरोप था. इसके तुरंत बाद तांती को कथित तौर पर एक भीड़ ने डंडों और पीटा था और बाद में उसे आग लगा दी गई.
इस मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि डिब्रूगढ़ के रोहमोरिया पुलिस थाने के धालाजन चाय बागान में पांच साल के एक बच्चे की कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी. अधिकारी ने कहा कि घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने आरोपी तांती को चाकू और डंडों से बेरहमी से पीटा और बाद में धान के खेत में आग लगा दी. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक श्वेतांक मिश्रा, चबुआ सर्कल इंस्पेक्टर, रोहमोरिया थाना प्रभारी के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) मौके पर पहुंचे. अधिकारी ने बताया कि पांच वर्षीय बच्चे और तांती के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
ऐसा पहली बार नहीं है , जब असम में मॉब लिचिंग देखने को मिल रही है. इससे पहले इस साल की शुरुआत में असम के जोरहाट में अखिल असम छात्र संघ (आसू) के एक नेता की भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या कर दी गई थी. जोरहाट के पुलिस अधीक्षक अंकुर जैन ने बताया कि पिछले साल 29 नवंबर को एक सड़क दुर्घटना को लेकर भीड़ ने आसू के नेता अनिमेशभुइयां की जोरहाट में पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. इस घटना में दो लोग घायल भी हुए थे. इन 14 आरोपियों में से एक आरोपी की जांच के दौरान मौत हो गई थी.