गांव में मॉब लिंचिंग, विवाहिता की हत्या, भीड़ ने कथित प्रेमी को पीटकर किया अधमरा
झारखंड। चतरा जिले के नक्सल प्रभावित मसूरियातरी गांव में भीड़ ने एक विवाहिता पर बदचलन होने का इल्जाम लगा कर उसे पीट-पीटकर मार डाला और उसके कथित प्रेमी को पीटकर अधमरा कर दिया। मॉब लिंचिंग की यह वारदात 30 जून की रात की ही है, लेकिन जातीय पंचायत के दबाव और खौफ के कारण इसकी खबर तीन दिनों तक गांव से बाहर नहीं आई।
इस बीच विवाहिता और उसके कथित प्रेमी की पिटाई का एक वीडियो किसी ने इंटरनेट पर डाला तो सोमवार को जिले के एसपी राकेश रंजन ने इसपर संज्ञान किया। इसके बाद पुलिस ने छापामारी कर सात आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया। मॉब लिंचिंग की इस वारदात का मास्टरमाइंड बताया जा रहा कमल गंझू नामक शख्स जो अब भी फरार है।
बताया गया कि सदर थाना क्षेत्र के मसूरियातरी गांव की सुगिया देवी और उसके कथित प्रेमी घोपिन गंझू को गांव के कुछ लोगों ने 30 जून की रात को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। गांव के कमल गंझु, अनिल गंझू और बोधा गंझू समेत अन्य कई लोगों ने दोनों को एक खंभे में बांध दिया और लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की। सुगिया देवी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि घोपिन गंझू गंभीर रूप से घायल हो गया। भीड़ में कई लोग इस पिटाई का वीडियो भी बना रहे थे। महिला और युवक की पिटाई के दौरान ही आनन-फानन गांव में खरवार-भोक्ता जनजाति की पंचायत बैठी। पंचायत ने महिला सुगिया देवी के मायके वालों को उनकी पिटाई का वीडियो भेजकर गांव पहुंचने को कहा।
महिला का मायके लातेहार जिले के बारियातू प्रखंड के रोन्हे गांव में हैं, जबकि उसका पति प्रदेश के बाहर मजदूरी करता है। मायके के लोग मौके पर पहुंचे तो उन्होंने सुगिया देवी का खून से लथपथ शव जमीन पर पड़ा देखा। पंचायत ने सुगिया देवी के घर के लोगों को धमकाया कि उसे उसके बदचलन होने की सजा दी गई है। इसकी जानकारी वे लोग पुलिस को नहीं दें अन्यथा उन्हें भी इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।
पंचायत ने कहा कि सुगिया देवी की बेटी की शादी के लिए तीन लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। यह राशि उसकी पिटाई करने वाले कमल गंझू, अनिल गंझू और बोधा गंझू मिलकर सुगिया देवी के बैंक अकाउंट में डाल देंगे। इसके बाद सुगिया देवी के शव को तत्काल जला दिया गया। उसके मायके के लोग घर लौट आए। 3 जुलाई को इस वारदात का वीडियो एक यू-ट्यूबर ने इंटरनेट पर डाला तो यह तेजी से वायरल हुआ। इसके बाद चतरा एसपी राकेश रंजन ने सदर थाना पुलिस को जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।