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फाइल फोटो
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भीलवाड़ा. कोरोना काल में जी जान से महामारी का मुकाबला करने में जुटी ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) पर नेताओं का अनावश्यक दवाब लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजा मामला भीलवाड़ा जिले में सामने आया है. जहां पर मांडल से कांग्रेस विधायक रामलाल जाट (Congress MLA Ramlal Jat) ने हुड़ला तहसीलदार के साथ फोन पर अभद्र व्यवहार किया और उन्हें धमकाया। अब विधायक के धमकाने के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें विधायक जाट तहसीलदार से अभद्रता कर रहे हैं.
वैसे कांग्रेस विधायक रामलाल जाट और विवादों से पुराना नाता रहा है. पारसी देवी आत्महत्या प्रकरण में उन्हें अपना मंत्री पद छोड़ना पड़ा था. कांग्रेस MLA रामलाल जाट और हुडला तहसीलदार स्वाती झा के बीच हुई तकरार का 1 मिनट 48 सेकेंड और 9 मिनट 67 सेकेंड के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिसमें विधायक तहसीलदार को खेड़ा गांव में एक नामांतरण के मामले में भला बुरा कह रहे हैं. जबकि तहसीलदार बार-बार यह सफाई दे रही है कि इस मामले में न्यायालय से कोई स्थगन आदेश नहीं दिया है.
विधायक जाट ने ही इस मामले में उनसे सिफारिश की थी. उन्होंने किसी सरपंच से कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया है, बल्कि आप मुझसे अभद्र व्यवहार कर रहे हैं. न्यूज18 इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. हुड़ला तहसीलदार स्वाती झा को 21 मई को ही राजस्व मण्डल ने एपीओ कर दिया था. स्वाती झा ने राजस्व मण्डल के निर्णय के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट से स्थगन प्राप्त कर पुन: हुड़ला तहसीलदार के पद पर अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली है. इस सम्बन्ध में राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद् ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन भी सौंपा था.प्रकरण से आहत राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद में आक्रोश व्याप्त हो गया है. इसे लेकर तहसीलदार सेवा परिषद ने विधायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर सीएम गहलोत को पत्र लिखकर उन्हें मामले से अवगत कराया है. परिषद ने मांग की है कि अगर मामले में समुचित कार्रवाई नहीं कि गई तो उन्हें राज्यव्यापी आंदोलन के लिये मजबूर होना पड़ेगा.
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