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लापता लड़की की गैंगरेप के बाद हत्या, कपड़ों से हुई पहचान, दो युवक पकड़ाए

7 Jan 2024 10:17 PM GMT
लापता लड़की की गैंगरेप के बाद हत्या, कपड़ों से हुई पहचान, दो युवक पकड़ाए
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बाराबंकी: उतर प्रदेश के बाराबंकी जिले में 23 दिन पहले लापता किशोरी की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। नगर कोतवाली क्षेत्र में मोहम्मदपुर गांव के पास जंगल से शनिवार की रात को लापता किशोरी का शव बरामद कर लिया। किशोरी के साथ सामूहिक दुराचार के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई …

बाराबंकी: उतर प्रदेश के बाराबंकी जिले में 23 दिन पहले लापता किशोरी की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। नगर कोतवाली क्षेत्र में मोहम्मदपुर गांव के पास जंगल से शनिवार की रात को लापता किशोरी का शव बरामद कर लिया। किशोरी के साथ सामूहिक दुराचार के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव मिलने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र निवासी दिव्यांग किशोरी सीतापुर जनपद के महमूदाबाद थाना क्षेत्र के पैंतेपुर से वापस लौट रही थी। वहां से वह लापता हो गई थी। 23 दिन पहले किशोरी के लापता होने का मुकदमा सीतापुर के महमूदाबाद में दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस ने किशोरी के मोबाइल नम्बरों को खंगालने के बाद दो युवकों को गिरफ्तार किया। शनिवार महमूदाबाद पुलिस बाराबंकी शहर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची। गिरफ्तार युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने नगर कोतवाली क्षेत्र में मोहम्मदपुर गांव के पास जंगल से शनिवार की रात को लापता किशोरी का शव बरामद कर लिया। किशोरी के साथ सामूहिक दुराचार के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई थी।

सीतापुर जिला के महमूदाबाद थाना की पुलिस रविवार की रात दो हत्यारोपियों के साथ बाराबंकी की नगर कोतवाली क्षेत्र में महमूदाबाद गांव पहुंची। वहां सूरज भट्ठा के पास स्थित जंगल में गिरफ्तार दो युवकों को लेकर पहुंची। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 16 वर्षीय किशोरी का शव क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद किया। परिजनों ने शव की पहचान उसके कपड़ों से की। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

किशोरी बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना के एक गांव की रहने वाली थी। उसके पिता मजदूरी करते हैं। पैर से दिव्यांग किशोरी सीतापुर के महमूदाबाद थाना क्षेत्र में एक परिचित के यहां नौकरी करती थी। वहीं पर वह किराए पर रहती थी। एक माह बाद 14 दिसंबर को वह घर आने के लिए महमूदाबाद से निकली थी। इससे पूर्व उसने फोन पर अपनी मां से बात भी की थी। पैंतेपुर पहुंचने पर भी उसने मां को जानकारी दी थी। इसके बाद उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया था। देर शाम तक किशोरी के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने तलाश शुरू की थी।

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