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स्कूल में छात्रा के साथ गलत हरकत, सदमे में है पीड़िता

jantaserishta.com
12 Dec 2023 5:09 AM GMT
स्कूल में छात्रा के साथ गलत हरकत, सदमे में है पीड़िता
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आगरा: आगरा के शाहगंज स्थित एक प्रतिष्ठित स्कूल का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कक्षा आठ की एक छात्रा को स्कूल के शौचालय में बुरी नीयत से दबोचा गया। आरोपित कोई छात्र था। स्कूल ड्रेस में था। छात्रा उसे नाम से नहीं जानती। दहशत में आई छात्रा और उसकी बहन ने स्कूल जाना छोड़ दिया। दो माह से स्कूल नहीं जा रही है। डीसीपी सिटी ने प्रकरण में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

छात्रा रकाबगंज क्षेत्र की है। पिता के साथ कलक्ट्रेट स्थित डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय के ऑफिस आई थी। पिता ने डीसीपी को बताया कि बेटी के साथ सितंबर में घटना हुई थी। एक बार नहीं दो बार बेटी के साथ स्कूल में हरकत हुई। पीछे से उसे किसी छात्र ने अकेले में बुरी नीयत से दबोचा। दहशत में बेटी ने स्कूल जाना बंद कर दिया है। उन्होंने पहले स्कूल में घटना की शिकायत की। उन्हें स्कूल वालों ने सीसीटीवी फुटेज नहीं दिखाए। स्कूल से सहयोग नहीं मिलने पर शाहगंज थाने गए।

थाना पुलिस ने जांच शुरू की। एक-एक करके सभी छात्रों की बेटी को फोटो दिखाई। बेटी फोटो में किसी को पहचान नहीं पाई। बेटी का कहना है कि आरोपित को सामने आने पर पहचान लेगी। उनकी छोटी बेटी भी उसी स्कूल में पढ़ती है। बड़ी बेटी के साथ घटना हुई थी। दोनों बेटियां दो माह से स्कूल नहीं जा रही हैं। वह घटना का खुलासा चाहते हैं। ताकि आरोपित का पता चल सके। ऐसी घिनौनी घटना किसी दूसरी बिटिया के साथ नहीं हो। बेटियों को वह किसी दूसरे स्कूल में पढ़ाएंगे। इस स्कूल से निकाल देंगे।

डीसीपी ने घटना सुनने के बाद मुकदमे के आदेश दिए। जांच कर रही दरोगा को भी अपने ऑफिस बुलाया। कहा कि घटना बेहद गंभीर है। महिला दरोगा छात्रा से अकेले में बात करें। उससे पूरी घटना जानें। आरोपित के बारे में जो बताए उसे लिखें। उसके बाद एक-एक सीनियर छात्र दूर से छात्रा को दिखाया जाए। ताकि आरोपित की पहचान हो सके। शिनाख्त कार्रवाई गोपनीय रूप से कराई जाए। ताकि स्कूल में किसी तरह की दहशत नहीं फैले।

सराय ख्वाजा चौकी इंचार्ज मांगेराम ने डीसीपी सिटी को बताया कि वह स्कूल गए थे। सीसीटीवी फुटेज की रिकार्डिंग 15 दिन तक रहती है। पुलिस के पास जब मामला आया देर हो चुकी थी। रिकार्डिंग नहीं मिली। एक क्लास के चार सेक्शन हैं। कक्षा नौ से 12 तक के सभी छात्रों के फार्म निकलवाए गए। एक-एक फोटो छात्रा को दिखाया गया।

छात्रा ने डीसीपी से कहा कि वह आरोपित को नाम से नहीं जानती। उनके स्कूल का ही छात्र है। सामने आने पर पहचान सकती है। फोटो पासपोर्ट साइज की थीं। उनमें पहचान करना मुश्किल हो रहा था। एक छात्र बालों से उसे लगा भी कि वही है। उसे सामने लाया गया तो वह नहीं निकला।

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