ओलिंपिक भारोत्तोलन में इतिहास रचने वाली मीराबाई चानू ने भारत लौटने के बाद अपना रजत पदक देशवासियों के नाम करते हुए कहा कि सरकार का सहयोग नहीं मिलता तो उनका सपना कभी पूरा नहीं होता. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के निवास पर आयोजित सम्मान समारोह में मीराबाई ने कहा, 'मेरे लिए यह सपना सच होने जैसा है. मैं इस पदक को भारतवासियों को समर्पित करना चाहती हूं. यह पदक मैं उन सबको समर्पित करती हूं जिन्होंने मेरी हौसला अफजाई की, जिन्होंने मेरे लिये प्रार्थना की.' मणिपुर की इस खिलाड़ी ने 49 किलोग्राम वर्ग में कुल 202 किग्रा (87 किग्रा+115 किग्रा) भार उठाकर शनिवार को रजत पदक हासिल किया था. इससे पहले भारोत्तोलन में 2000 सिडनी ओलिंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था.
I was able to win this medal because of the prayers and love of the people of India. I wish all young people especially girls who have entered sports to make the country proud: Olympics Silver medallist Mirabai Chanu pic.twitter.com/vFl2VJAP29
— ANI (@ANI) July 26, 2021
Welcome home CHAMPION🇮🇳!@mirabai_chanu your performance has caught the imagination of the entire nation & your victory will inspire a generation of budding athletes!#Cheer4India@KirenRijiju @kishanreddybjp @sarbanandsonwal @NisithPramanik pic.twitter.com/097e0iwGGn
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) July 26, 2021