मंत्री ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को दे दी श्रद्धांजलि, पहुंचे थे कार्यक्रम में
झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन (Hafeezul Hasan) ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Former PM Manmohan Singh) को श्रद्धांजलि दे दी. देवघर के मधुपुर प्रखंड के फतेहपुर धमना में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री से ये गलती हो गई. इसके बाद उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. लोग मंत्री जी का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं. मंत्री वहां पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम चौक का उद्घाटन करने पहुंचे थे.
मधुपुर प्रखंड के गड़िया पंचायत अंतर्गत फतेहपुर धमना में शुक्रवार को प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण पर्यटन खेलकूद व निबंधन मंत्री हफीजुल हसन ने एपीजे अब्दुल कलाम चौक का अनावरण करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने संबोधन के दौरान कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का निधन हो गया. मंत्री ने उन्होंने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश को आगे बढ़ाने में पूर्व पीएम का बड़ा योगदान रहा. बताते चलें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह दिल्ली में इलाजरत हैं. उनके स्वस्थ में तेजी से सुधार भी हो रहा है. लेकिन झारखंड के मंत्री की इस हास्यास्पद गलती का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. लोग उनपर तंज कस रहे हैं. लोग मंत्री जी पर चुटकी लेते हुए लिख रहे हैं कि मंत्री को ये पता ही नहीं है कि पूर्व प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह कोरोना संक्रमित पाये गये थे. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति में सुधार हो रही है. इससे पहले तत्कालीन रघुवर सरकार के एक महिला मंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को निधन से पहले श्रद्धांजलि दे दी थी. जिसके बाद उनकी जमकर किरकिरी हुई थी. संयोग देखिये मंत्री हफीजुल हसन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम चौक का उद्घाटन करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दे दी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि धमना चौक का नाम बदलकर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया, जो अच्छी बात है. वे ऐसे शख्स जिनका देश की प्रति बहुत योगदान रहा है. अब्दुल कलाम एक शख्स नहीं आदर्श हैं, जिन्होंने देश की तरक्की के लिए शिक्षित होना जरूरी बताया. कहा बेहद सहज और सरल व्यक्तित्व वाले मृदुभाषी कलाम की रहनुमाई में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने सबसे घातक और मारक हथियार प्रणालियों का देश में ही विकास किया.