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विदेश राज्यमंत्री मुरलीधरन कल खाड़ी देश की 3 दिवसीय यात्रा पर होंगे रवाना

Kunti Dhruw
29 Aug 2021 9:09 AM GMT
विदेश राज्यमंत्री मुरलीधरन कल खाड़ी देश की 3 दिवसीय यात्रा पर होंगे रवाना
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विदेश राज्य मंत्री (MoS) वी मुरलीधरन 30 अगस्त से 1 सितंबर 2021 तक बहरीन (Kingdom of Bahrain) की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे.

विदेश राज्य मंत्री (MoS) वी मुरलीधरन (V Muraleedharan) 30 अगस्त से 1 सितंबर 2021 तक बहरीन (Kingdom of Bahrain) की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे. इस देश का उनका यह पहला दौरा होगा. अपनी इस यात्रा के दौरान MoS बहरीन के मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों के साथ चर्चा करेंगे. विदेश मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, मुरलीधरन बहरीन में हेल्थ, एजुकेशन, बिजनेस और सोशल सर्विस के लोगों सहित भारतीय समुदायों के एक व्यापक वर्ग से भी मुलाकात करेंगे. बहरीन में भारतीय समुदाय की संख्या लगभग 3,50,000 है और बहरीन नेतृत्व में भारतीय लोगों का खास ध्यान रखा जाता है.

भारत और बहरीन उत्कृष्ट राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को साझा करते हैं जो पिछले कुछ सालों में और भी ज्यादा मजबूत हुए हैं. भारत और बहरीन के बीच का द्विपक्षीय व्यापार (India-Bahrain Trade Relations) लगभग 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है, जिसमें हर साल इजाफा हो रहा है.
विदेश मंत्री ने पिछले साल किया था बहरीन का दौरा
दोनों देश 2021 में अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं. कोरोना महामारी के दौरान दोनों देशों ने मिलकर सहयोग किया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नवंबर 2020 में बहरीन का दौरा किया था. विज्ञप्ति में कहा गया है कि बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल लतीफ बिन राशिद अल जयानी ने अप्रैल 2021 में भारत का दौरा किया था.
जून में खाड़ी देश के भारतीय राजदूतों में मिले जयशंकर
इस दौरान उन्होंने और विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत और बहरीन के बीच तीसरे हाई ज्वाइंट कमीशन की अध्यक्षता की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी अगस्त 2019 में बहरीन का दौरा किया था. भारत खाड़ी देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने में जुटा हुआ है. यही वजह है कि विदेश मंत्री जयशंकर ने हाल ही में खाड़ी देशों में भारत के राजदूतों के साथ बैठक की थी.
जून में हुई इस मुलाकात को लेकर उन्होंने बताया था कि राजदूतों के साथ हुई बैठक में भारतीय समुदाय के बेहतर कल्याण को सुनिश्चित करने, कोविड की वजह से जुदा हुए परिवारों को फिर से मिलाने, महामारी के दौरान खाड़ी क्षेत्र छोड़ चुके भारतीय प्रतिभाओं और कौशल की जल्द से जल्द वापसी, अप्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की मदद के मकसद से खाड़ी देशों के लिए विमान सेवा जल्द से जल्द बहाल करने और देश में आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए हमारे कारोबारी हितों को मजबूती से गति देने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई.
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