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मंत्री ने की विज्ञापन छपवाने में गलती, विवाद शुरू

Nilmani Pal
1 March 2024 2:26 AM GMT
मंत्री ने की विज्ञापन छपवाने में गलती, विवाद शुरू
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जानिए क्या है पूरा मामला

तमिलनाडु। ISRO यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के नए प्रक्षेपण परिसर से संबंधित एक विज्ञापन में 'चीनी झंडा' दिखने से तमिलनाडु में विवाद छिड़ गया है। अब इस पर एक दिन बाद द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) की नेता और मत्स्य पालन मंत्री अनीता आर राधाकृष्णन ने गुरुवार को कहा कि यह डिजाइनर की गलती थी। अपनी पार्टी की ओर से विज्ञापन देने वाली मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह केवल एक गलती थी और द्रमुक का कोई अन्य इरादा नहीं था।

उन्होंने कहा, 'विज्ञापन में एक छोटी सी गलती हो गई। हमारा कोई और इरादा नहीं है। हमारे दिलों में भारत के लिए सिर्फ प्यार है।' राधाकृष्णन ने कहा कि यह उनकी पार्टी का रुख है कि भारत एकजुट रहना चाहिए और देश में जाति या धर्म के आधार पर टकराव की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। राधाकृष्णन ने कहा कि द्रमुक के दिवंगत संरक्षक एम करुणानिधि ने ही सबसे पहले तमिलनाडु में कुलसेकरपट्टिनम में इसरो के एक नए प्रक्षेपण परिसर की मांग उठाई थी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इसके अलावा, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और थूथुकुडी से लोकसभा सदस्य कनिमोई ने केंद्र से राज्य में प्रक्षेपण परिसर स्थापित करने का आग्रह किया था।

मंत्री ने कहा कि यही कारण है कि परियोजना को तमिलनाडु में लाने के लिए द्रमुक नेताओं द्वारा किए गए प्रयासों को उजागर करने के वास्ते एक विज्ञापन (दैनिक समाचार पत्रों में) देने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि विज्ञापन डिज़ाइन करने वालों ने एक गलती की जिस पर उनका ध्यान नहीं गया। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने मांग की कि द्रमुक उस विज्ञापन को प्रकाशित करने के लिए लोगों से माफी मांगे। द्रमुक के इस रुख पर कि 'चीन' का संदर्भ एक गलती थी, मुरुगन ने कहा, '(विज्ञापन में) भारतीय ध्वज लगाना हमारा कर्तव्य है और उन्हें (द्रमुक को) लोगों से माफी मांगनी चाहिए। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में देश की उपलब्धियां और तमिलनाडु में नया इसरो परिसर देश का गौरव है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां के निकट कुलसेकरापट्टिनम में ISRO के नए लॉन्चपैड का शिलान्यास किया, जिसकी लागत लगभग 986 करोड़ रुपये है और इसके बनकर तैयार होने पर यहां से प्रतिवर्ष 24 प्रक्षेपण किए जा सकेंगे।

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