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महबूबा मुफ्ती को घर पर किया गया हाउस अरेस्ट

Nilmani Pal
14 May 2022 1:25 AM GMT
महबूबा मुफ्ती को घर पर किया गया हाउस अरेस्ट
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श्रीनगर। मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में गुरुवार को भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित एक सरकारी कार्यालय में घुसकर लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना की अलग-अलग कर्मचारी संगठनों और राजनीतिक दलों ने निंदा की है। वहीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक (PDP) पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने शुक्रवार को बडगाम में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट के घर जाने का ऐलान क‍िया। इस पर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है।

दरअसल राहुल भट (35) चादूरा के तहसील कार्यालय में प्रवासी कश्मीरी पंडितों के रोजगार के लिए दिए गए विशेष पैकेज के तहत तैनात थे और गोली लगने के बाद उन्हें तुरंत श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। पुल‍िस अध‍िकार‍ियों ने बताया क‍ि गुरुवार शाम करीब चार बजकर 30 मिनट पर लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी तहसील कार्यालय में दाखिल हुए और भट को गोली मार दी। उस समय कार्यालय कर्मचारियों से भरा हुआ था। उन्होंने कहा कि भट बडगाम के शेखपुरा स्थित प्रवासी कॉलोनी में रहते थे और आठ साल से सरकारी सेवा में थे। उनके परिवार में पत्नी, पांच साल बेटी और माता-पिता हैं। उनके पिता पुलिस अधिकारी पद से र‍िटायर हैं।

भट बीते सात महीने में दूसरे कश्मीरी पंडित हैं जिनकी हत्या आतंकवादियों ने की है। इससे पहले प्रमुख दवा कारोबारी माखन लाल बिंदरु की छह अक्टूबर 2021 को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अगस्त 2019 से लेकर मार्च 2022 के बीच जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों सहित कुल 14 अल्पसंख्यक हिंदुओं की हत्या आतंकवादियों की ओर सेकी गई है। आतंकवादियों की ओर से जिन लोगों को निशाना बनाया गया है उनमें कश्मीर के विभिन्न हिस्सों के प्रमुख कारोबारी, सरपंच और ब्लॉक विकास परिषद के सदस्य शामिल हैं। दरअसल अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने के बाद से कश्मीर में गैर मुस्लिमों और बाहर से आए लोगों पर हमले बढ़े हैं।

भट की हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने ट्वीट किया था क‍ि हम राहुल भट जी की हत्या की साफ शब्दों में निंदा करते हैं जो बडगाम में राजस्व विभाग के कर्मचारी थे। घाटी के हर कोने में सुरक्षाबलों की तैनाती के बावजूद सरकारी कर्मचारी भी सुरक्षित नहीं है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने घटना की निंदा करते हुए कहा क‍ि एक और जान चली गई तथा एक परिवार बर्बाद हुआ। मेरी संवेदना दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ है। इससे पता चलता है कि कश्मीर में सामान्य हालात के दावे गलत हैं।

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