भारत

तालिबान वाले बयान पर महबूबा मुफ्ती ने दी सफाई, किया ये ट्वीट

Gulabi
9 Sep 2021 1:52 PM GMT
तालिबान वाले बयान पर महबूबा मुफ्ती ने दी सफाई, किया ये ट्वीट
x
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने गुरुवार को कहा कि तालिबान पर उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है और गलत तरीके से उसका इस्तेमाल हो रहा है. उनका कहना है कि मुसलमानों से हमेशा यह उम्मीद की जाती है कि वह साबित करें कि वे हिंसा के साथ नहीं हैं. दरअसल महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कुलगाम में कहा था कि तालिबान हकीकत बनकर सामने आ रहा है और अगर वो अपनी छवि बदलता है तो दुनिया के लिए मिसाल बन सकता है.

इस टिप्पणी के एक दिन बाद महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा, "मुझे आश्चर्य नहीं है कि शरिया पर मेरे बयान को जानबूझकर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. शरिया को कायम रखने का दावा करने वाले अधिकांश देश इसके वास्तविक मूल्यों को आत्मसात करने में विफल रहे हैं. उन्हें केवल क्या करें और क्या न करें, ड्रेस कोड आदि के जरिए महिलाओं पर प्रतिबंध लगाना आता है." हाल ही में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि तालिबान एक हकीकत के रूप में उभर रहा है. अपने पहले शासन के दौरान उनकी मानवाधिकार विरोधी छवि थी. लेकिन वे दुनिया के लिए एक उदाहरण स्थापित कर सकते हैं अगर वो वास्तविक शरिया कानून का पालन करते हैं जिसमें महिलाओं के अधिकार भी शामिल हैं.

महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, " इस्लामी इतिहास सशक्त महिलाओं के उदाहरणों से भरा है. हजरत खदीजा तुल कुबरा, पैगंबर एसडब्ल्यूए की पहली पत्नी एक स्वतंत्र और सफल व्यवसायी महिला थीं. हजरत आयशा सिद्दीकी ने ऊंट की लड़ाई लड़ी थी और 13000 सैनिकों के दल का नेतृत्व किया था. मुसलमानों से हमेशा यह साबित करने की अपेक्षा की जाती है कि वे हिंसा के पक्ष में नहीं हैं. मैं देख सकती हूं कि इस धारणा को आगे बढ़ाने के लिए मेरे बयान का इस्तेमाल किस तरह से किया जा रहा है."

मुसलमानों से अपेक्षा-

Next Story