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समाज की भावनाओं को शासन तक पहुंचाने का मीडिया सशक्त माध्यम: मुख्यमंत्री योगी

Admin
26 Feb 2024 9:28 AM GMT
समाज की भावनाओं को शासन तक पहुंचाने का मीडिया सशक्त माध्यम: मुख्यमंत्री योगी
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समाज की भावनाओं को शासन तक पहुंचाने का मीडिया सशक्त माध्यम: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज की भावनाओं को शासन तक पहुंचाने का मीडिया एक सशक्त माध्यम है। हमारी सरकार भी हर न्यूज को सुझाव के रूप में देखती है। न्यूज अगर सत्य है तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि कोई संवेदनशील सरकार उसका संज्ञान ना ले। हमारी सरकार हर खबर का संज्ञान लेती है, बशर्ते वो कोई प्रोपगेंडा ना हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि लोकतंत्र में सभी स्तंभों का अपना-अपना महत्व है। मीडिया की भी अपनी सशक्त भूमिका है। इसके अलग-अलग स्वरूप हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रिंट, टीवी और अब सोशल एवं डिजिटल मीडिया ने व्यवस्था को प्रभावित किया है। इन स्थितियों में प्रिंट की भूमिका को आज भी किसी भी स्थिति में कमतर करके नहीं आंका जा सकता। इन सभी माध्यमों के अपने-अपने प्रशंसक हैं। बहुत से लोग आज भी पेपर पढ़े बिना मानते ही नहीं। बहुत से लोग स्मार्टफोन के जरिए डिजिटल मीडिया से जुड़ चुके हैं और वर्षों से टीवी नहीं खोला। मीडिया का प्लेटफॉर्म कोई भी हो, आधार केवल सत्य ही होना चाहिए। मीडिया द्वारा समाज के आमजन और प्रबुद्धजनों के विचारों को भी हम मार्गदर्शन के रूप में लेते हैं, ये हमारे लिए सुझाव का कार्य करता है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बीते 10 साल में देश में बहुत कुछ बदला है। एक ऐसा भारत जिसका दुनिया में सम्मान है, जिसकी सीमाएं सुरक्षित हैं, आंतरिक व्यवस्था नियंत्रण में है, जिसे वर्ल्डक्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में देखा जा रहा है, जनविश्वास सुदृढ़ हुआ है और गरीब कल्याण की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के समाज को प्राप्त हो रहा है। व्यक्ति की आजीविका और आस्था को पहली बार सम्मान दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ये वही प्रदेश है, जहां युवा के हाथ में तमंचा नहीं टैबलेट है। सड़क पर रंगदारी नहीं मांगी जाती बल्कि स्ट्रीट वेंडर के लिए पीएम स्वनिधि की योजना है। अब यहां कर्फ्यू नहीं लगता, बल्कि धूम धड़ाके के साथ कांवड़ यात्रा निकाली जाती है। दंगे नहीं होते बल्कि खेलकूद की भावना से दंगल का आयोजन होता है। हमने जीडीपी और प्रतिव्यक्ति आय को दोगुना किया है। पहले उत्तर प्रदेश देश के विकास में ब्रेकर था, आज हम ब्रेक थ्रू के रूप में जाने जा रहे हैं। यहां सबकुछ वही है, बस हमने कार्य संस्कृति बदली है। यही वजह है कि यूपी आज हर क्षेत्र में मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।
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