राजस्थान के जोधपुर में डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज में एक छात्र ने फंदा लाकर आत्महत्या कर ली. वह एमबीबीएस फाइनल ईयर का छात्र था. छात्र के पास एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उसने लिखा है कि मैं पिछले 2 महीने से बहुत परेशान हूं. अब मैं और नहीं जी सकता. जालौर जिले के रामसीन का रहने वाला गेनाराम देवासी शनिवार शाम 7:30 बजे आखिरी बार अपने साथी छात्रों से मिला था.बताया जा रहा है कि इस दौरान वह बाजार से एक रस्सी खरीदकर लेकर आया था. उसके बाद उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया. छात्र का रूम पार्टनर उसका नजदीक का रिश्तेदार है. रूम पार्टनर जब पहुंचा तो कमरा अंदर से बंद था. खटखटाने पर जब दरवाजा नहीं खुला तो आखिरकार कुछ छात्रों ने मिलकर दरवाजा तोड़ दिया. सामने गेनाराम पंखे से लटका हुआ मिला.
इसके बाद इस मामले की सूचना मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन को दी गई. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ जी एल मीणा, यूजी हॉस्टल के वार्डन और अन्य डॉक्टर मौके पर पहुंचे. साथ ही इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही शास्त्री नगर की पुलिस मौके पर पहुंची.
पुलिस की मौजूदगी में गेनाराम का शव को नीचे उतारा गया. कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें गेनाराम ने लिखा है कि मम्मी, पापा और चाचू सॉरी, मैं पिछले 2 महीने से बहुत परेशान हूं. अब मैं और नहीं जी सकता. छात्रों ने बताया कि गेनाराम पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था जिसके चलते उसने इस बार एग्जाम भी नहीं दिए. लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा. फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.