केरल। तिरुवनंतपुरम के मेयर आर्य राजेंद्रन का एक पत्र जब कथित रूप से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, तब केरल में सत्तारूढ़ माकपा ने शनिवार को उनका बचाव किया। पत्र मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) जिले (तिरुवनंतपुरम) के सचिव अनवूर नागप्पन को संबोधित किया गया था, जिसमें निगम में 295 अस्थायी रिक्तियों के लिए उम्मीदवारों की सूची मांगी गई थी। मेयर का बचाव करते हुए केरल के स्थानीय स्वशासन मंत्री एम.बी. राजेश ने शनिवार की शाम इन सभी रिक्तियों को रोजगार कार्यालय में भेजने का फैसला किया, जो नियुक्तियां करेगा।
नागप्पन को लिखा राजेंद्रन का पत्र 'कॉमरेड' के अभिवादन के साथ शुरू होता है और यह इंगित करता है कि निगम से जुड़े स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर 295 अस्थायी रिक्तियां हैं और संभावित उम्मीदवारों की सूची मांगी गई है।
इन रिक्तियों की सूचना अब एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज को दी गई है, जहां करीब 40 लाख शिक्षित बेरोजगार पंजीकृत हैं। सूत्रों ने कहा कि रिक्तियों को एक्सचेंज में पंजीकृत लोगों की वरिष्ठता और योग्यता के अनुसार भरा जाएगा। पत्र लीक होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के कुछ नाराज पार्षदों ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
हंगामे में डिप्टी मेयर राजू की आंख में चोट लग गई। इस बीच, राजेंद्रन ने हालांकि कहा कि उन्होंने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा, जबकि वायरल पत्र उनके आधिकारिक लेटरहेड पर लिखा गया है। नागप्पन ने भी कहा कि उन्हें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। लेकिन वह इस मामले की छानबीन के लिए सहमत हुए। इस घटना ने कथित तौर पर सत्तारूढ़ माकपा को 'झटका' दिया है। पार्टी इस बात से नाराज थी कि पार्टी के एक सदस्य द्वारा लीक किए जाने के बाद पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब मेयर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में माकपा द्वारा आयोजित 'मेरा काम कहां है' नामक विरोध मार्च में शामिल होने के लिए थे।