भारत
देश के हिंदूवादी और भाजपा नेताओं को जान से मारने की साजिश, मौलवी पकड़ाया, मचा हड़कंप
jantaserishta.com
5 May 2024 3:22 AM
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फोटो: सोशल मीडिया
मोबाइल फोन के चैट से कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं.
सूरत: लोकसभा चुनाव के बीच सूरत क्राइम ब्रांच को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. देश के हिंदूवादी नेताओं और भाजपा नेताओं को जान से मारने की धमकी देने और उन्हें धमकाने का षड्यंत्र रचने वाले आरोपी मोहम्मद शोहेल उर्फ मौलवी अबूबकर टीमोल (उम्र 27) को सूरत क्राइम ब्रांच ने कठौर इलाक़े से गिरफ़्तार किया है.
सोहेल अबूबकर मौलवी पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा, भाजपा विधायक टी.राजा सिंह, हिंदूवादी नेता उपदेश राणा को जान मारने का षडयंत्र रच रहा था. पेशे से मौलवी के के मोबाइल फोन के चैट से कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं.
गिरफ़्तार आरोपी के पाकिस्तान और नेपाल सहित कई देशों में रहने वाले कट्टरपंथियों के साथ संपर्क था. पुलिस को उसके मोबाइल फोन से हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को मारने के लिए 1 करोड़ की सुपारी देने और पाकिस्तान से हथियार मंगाने के चैट भी मिले हैं. उपदेश राणा को पाकिस्तान और नेपाल सहित अन्य देशों के कट्टरपंथी व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़कर कमलेश तिवारी की तरह मारने की धमकी दी थी.
शारीरिक रूप से तगड़े और मानसिक रूप से कट्टरपंथी अबूबकर टीमोल की उम्र तो महज 27 साल ही है लेकिन यह पिछले कुछ समय से अपनी कट्टरपंथी सोच के चलते न सिर्फ सूरत में रहने वाले सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को मारने के लिए पाकिस्तान से हथियार मंगा रहा था बल्कि इस काम को पूरा करने के लिए वह एक करोड़ रुपए भी दे रहा था. भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा,भाजपा विधायक टी.राजा सिंह और को भी मारने और धमकाने का भी षड्यंत्र रचा था.
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा, ''सूरत सिटी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि एक शख्स की हरकत देश विरोधी है और इसलिए उस पर नजर रखी जा रही है. उसे सूरत के चौक बाजार इलाके से हिरासत में लिया गया और उसका मोबाइल जब्त कर लिया गया. वह पाकिस्तान और नेपाल के लोगों से चैट कर रहा था. उसकी योजना सबसे पहले हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को निशाना बनाने की थी.'
सूरत क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आया अबूबकर टीमोल सूरत ग्रामीण के कामरेज तहसील अंतर्गत आने वाले कठौर गांव का रहने वाला है. आरोपी तो एक धागा बनाने वाली कंपनी में काम करता है और अपने घर पर ही मुस्लिम बच्चों को धार्मिक ज्ञान भी देता है इसलिए उसे मौलवी भी कहते हैं. सूरत क्राइम ब्रांच को इसकी कट्टरपंथी मानसिकता को लेकर कुछ दिन पहले भनक लगी थी.
मोहम्मद सोहेल उर्फ मौलवी अबूवकर पिछले डेढ़ साल से पाकिस्तान के मोबाइल नंबर +923007306635 के धारक डोंगर और नेपाल के +977989717763 के धारक सेहनाज के साथ सोशल मीडिया पर संपर्क में था. इन तीनों की बातचीत में कहा जाता था कि भारत में नबी की गुस्ताखी में दखल दिया जाता है जिनको सीधा करने की जरूरत है.
सूरत क्राइम ब्रांच को पता चला था कि मौलवी अंतर्राष्ट्रीय कई देशों के लोगों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने हेतु पोस्ट कर रहा है और हिंदूवादी एवं भाजपा के नेताओं को धमकाने और उन्हें करने के लिए षड्यंत्र रच रहा है .
इसी जानकारी के आधार पर सूरत क्राइम ब्रांच इसकी खोज में थी. सूरत क्राइम ब्रांच को इससे संबंधित जानकारी मिली थी कि वह सूरत शहर के एक इलाके में आया हुआ है. सूरत क्राइम ब्रांच के लोग इसे हिरासत में लेकर क्राइम ब्रांच ऑफिस ले गए थे और इसके मोबाइल को जब्त कर इसे प्राथमिक पूछताछ शुरू की. प्राथमिक पूछताछ में इसके मोबाइल से क्राइम ब्रांच को जो जानकारी हाथ लगी उससे क्राइम ब्रांच भी एक बार हैरान रह गई.पाकिस्तान, नेपाल वियतनाम सहित कई देशों के लोगों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ा मौलवी धार्मिक उन्माद फैलाने का काम कर रहा था.
यह न केवल अपनी धार्मिक कट्टरपंथी सोच को दिखा रहा था बल्कि हिंदूवादी और बीजेपी नेताओं को मारने की साजिश भी रच रहा था. सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को मारने के लिए इसने एक करोड़ रुपए का ऑफर भी ग्रुप पर रखा था और पाकिस्तान के ग्रुप में वहां से हथियार मंगाने के लिए भी दबाव बना रहा था. चैट पर बात करने वाले लोग जल्द से जल्द उसे हथियार मुहैया करवाने का आश्वासन दे रहे थे.
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