थोड़ी ही देर में पूरी मार्केट आग की गोला बन गई। आग की विभीषिका में सभी दुकानें जलकर राख हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस और दमकल कर्मियों ने आग की लपटों को काबू करने का प्रयास किया, मगर कोई सफलता नहीं मिल पाई। बताया जाता है कि जब मार्केट बंद कर दी जाती थी तो बिजली की आपूर्ति भी ठप कर दी जाती थी। घटना के समय भी बिजली आपूर्ति बंद कर थी इसलिए अचानक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। दुकानदारों का कहना है कि प्रति दुकान के काउंटर पर 9 से 10 लाख रुपए का सामान लगा था। लगभग सभी दुकानों का मिलाकर करीब दो करोड़ का नुकसान हुआ है। आग लगने की समुचित कारणों का पता नहीं चल सका। आग लगने से सब कुछ खत्म हो जाने से दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है और वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं।
अग्निकांड के विरोध में सुबह हिमालयन गर्म कपड़ों के प्रभावित दुकानदारों ने कोल्ड स्टोरेज के सामने अकबरपुर वाराणसी मुख्य मार्ग को जामकर धरना प्रदर्शन किया। बाद में पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर जाम खुलवाया। पीड़ित दुकानदार प्रशासन से आर्थिक सहायता प्रदान करने और आग लगने के कारणों की जांच कराने की मांग कर रहे थे।