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मामलें में होगी उच्च स्तरीय जांच
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुराने मंत्रालय वल्लभ भवन में शनिवार सुबह आग लग गई. वल्लभ भवन के गेट नंबर 5 और 6 के बीच बड़ी बिल्डिंग की 5वीं मंजिल पर आग लगी थी और देखते ही देखते तीसरी से छठवीं मंजिल तक फैल गई. भोपाल, रायसेन, विदिशा के अलावा राजा भोज एयरपोर्ट, भेल और सेना की 100 से अधिक फायर टेंडर्स ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वल्लभ भवन की पांचवीं मंजिल, सीएम सचिवालय का विस्तार है. इस मंजिल पर रखे दस्तावेज, कई महत्वपूर्ण फाइलें, फर्नीचर, बिजली की फिटिंग समेत सबकुछ आग में जलकर खाक हो गया.
मध्यप्रदेश में वल्लभ भवन में आग लगी हे या भाजपा ने अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए आग लगाई हे ?
— Surbhi Maradiya (@SurabhiMaradiya) March 9, 2024
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और 7 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. यह समिति आग लगने के कारणों, इससे हुई हानि/क्षति, घटना के लिए जिम्मेदार कारकों और लोगों, आग लगने से इमारत को हुए नुकसान, आगे ऐसी घटना ना हो उसके लिए सुझाव, इन सब बिंदुओं पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट 03 दिन और विस्तृत जांच रिपोर्ट 15 दिन में मुख्यमंत्री के सामने पेश करेगी. वल्लभ भवन में महाशिवरात्रि और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की वजह से शुक्रवार को अवकाश था. यानी गुरुवारशाम करीब 6 बजे के बाद से पुरान मंत्रालय बंद पड़ा था. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि आग किन करणों से लगी.
इंटरकनेक्टेड वल्लभ भवन-II के निर्माण से पहले 2019 तक सीएम दफ्तर वल्लभ भवन-I से ही चलता था. जिस मंजिल पर आग लगी, उसी पर मुख्यमंत्री बैठते थे. चौथी मंजिल पर सामान्य प्रशासन विभाग है और तीसरी मंजिल पर विभिन्न विभागों के कार्यालय हैं. एक अधिकारी ने कहा, पांचवीं मंजिल की इमारत की छत आग में 'पिघल' गई. भोपाल में नौ महीनों के भीतर प्रशासनिक भवनों में आग लगने की यह तीसरी घटना है- जिसमें वल्लभ भवन, सतपुड़ा भवन और विंध्याचल भवन शामिल हैं. पिछले साल 12 जून को आग लगने से सतपुड़ा भवन की 4 मंजिलें जलकर खाक हो गई थीं. इस साल 20 फरवरी को उसी इमारत के मलबे में फिर से आग लग गई थी.
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