तमिलनाडु। गर्मियों का मौसम शुरू होते ही इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (Electric Vehicles) में आग लगने की घटनाएं एक के बाद एक कर सामने आ रही हैं. इस बार एक ताजा मामले में इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) बनाने वाली कंपनी ओकिनावा ऑटोटेक Okinawa Autotech के एक शोरूम (Showroom) में ही आग लग गई, जिसमें 17 इलेक्ट्रिक स्कूटर जल कर खाक हो गए.
यह घटना तमिलनाडु की है. पोरुर-कुंदरातुर स्थित शोरूम में एक कस्टमर ने अपनी ई-बाइक (E-Bike) की बैटरी को चार्ज पर लगाया था, जिसमें कुछ ही देर में आग लग गई. धीरे-धीरे पूरा शोरूम आग की लपटों में घिर गया. इस मामले में 5 नया इलेक्ट्रिक स्कूटर और सर्विसिंग के लिए आए 12 पुराना इलेक्ट्रिक स्कूटर जल गए. पुलिस ने इस घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.
आग लगने के बाद शोरूम से धुआं उठने लगा, जिसे देखकर लोग घबरा गए. इस घटना के बाद इलाके में लोग जमा हो गए, जिससे ट्रैफिक जाम की नौबत पैदा हो गई. बाद में पुलिस की मदद से भीड़ को हटाया गया. हालांकि राहत की बात है कि आग लगने की इस घटना में किसी इंसान को नुकसान नहीं हुआ. स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन उससे पहले ही पूरा शोरूम जलकर राख हो चुका था. यह घटना ऐसे समय हुई है, जब ओकिनावा ने अपने 3,215 प्रेज प्रो स्कूटरों (Okinawa Praise Pro Scooters) को रिकॉल किया है. इलेक्ट्रिक स्कूटरों को रिकॉल (Okinawa Recall) करते हुए कंपनी ने कहा था कि हाल में आग लगने की कुछ घटनाओं के बाद वह स्वेच्छा से इन्हें वापस मंगा रही है. कंपनी ने कहा था कि इलेक्ट्रिक स्कूटरों को वापस बुलाना कस्टमर्स की सेफ्टी को लेकर उसकी कमिटमेंट का हिस्सा है. कंपनी ने बैटरी से जुड़ी खामियों को दुरुस्त करने के लिए यह कदम उठाया है.
यह इस साल देश में गर्मियों का मौसम शुरू होने के बाद इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) में आग लगने की छठी घटना है. इससे पहले भी ओकिनावा के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना सामने आ चुकी है. 26 मार्च को ओकिनावा के स्कूटर की बैटरी चार्ज होते समय फट जाने से बाप-बेटी की मौत हो गई थी. पिछले महीने पुणे में सड़क के किनारे खड़े ओला एस1 प्रो (Ola S1 Pro) ई-स्कूटर में आग लग गई थी. इन घटनाओं के सामने आने के बाद नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत (Niti Aayog CEO Amitabh Kant) ने कहा था कि इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों को संबंधित बैचेज की गाड़ियां वापस मंगानी चाहिए. सरकार ने इन मामलों पर सफाई के लिए ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) और ओकिनावा स्कूटर (Okinawa Scooter) की टेक्निकल टीम को तलब भी किया था.