शहीद मेजर का बेटा बना सेना में अफसर, पढ़े कामयाबी की कहानी
यूपी। मेजर पिता के शहीद होने के 19 साल बाद पुत्र ने भी पिता की बटालियन में सैन्य अधिकारी बनने में कामयाबी हासिल की है। कुशीनगर के शहीद मेजर अमिय त्रिपाठी के पुत्र कुशाग्र त्रिपाठी ने शनिवार को पासिंग आउट परेड आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी, गया (बिहार) में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर 19 सिख रेजीमेंट में कमीशन प्राप्त किया।
कुशीनगर के कसया के रहने वाले शहीद मेजर अमिय कुमार त्रिपाठी के भाई रिटायर आरटीओ अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जब कुशाग्र ढाई साल का था तब 25 मई 2004 को उसके पिता मेजर अमीय त्रिपाठी कुपवाड़ा में आंतकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गये। उसके बाद उसकी मां रंजना त्रिपाठी व हमसभी परिवार ने कुशाग्र का ख्याल रखा और उसका लालन-पालन किया।
इसके बाद वर्ष 2019 में उसकी मां को भी कैंसर होने का पता चला और दिसम्बर 2020 में उनका भी निधन हो गया। कुशाग्र ने सेना के प्रति अपने लगाव को बनाए रखा और आज सैन्य अधिकारी बन अपने पिता का नाम रोशन किया। कुशाग्र ने कहा कि आज इस गौरवशाली पल में मां व पिता होते तो यह खुशी दोगुनी होती।
शहीद अमित के मूल गांव भेलया चंद्रौटा में हर साल लखनऊ से गांव तक मशाल दौड़ का आयोजन होता है। इसके बाद धावक फाजिल नगर पहुंच कर शहीद के नाम से आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता के शुभारंभ की ज्योति इसी मशाल से जलाते हैं।