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कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की देहरा विधानसभा क्षेत्र और पुलिस थाना हरिपुर के अंतर्गत गांव धार में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से मौत हो गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मौके से फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। उधर, मायका पक्ष बेटी के पति की गिरफ्तारी के बाद अंतिम संस्कार करने पर अड़ा रहा। माहौल तनावपूर्ण देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इस दौरान मायके पक्ष वाले पति की गिरफ्तारी के बाद ही अंतिम संस्कार पर अड़े रहे। शाम चार बजे के बाद महिला का अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार रजिता कुमारी उर्फ रोजी (25) की शादी मुनीष कुमार के साथ चार साल पहले हुई थी। उनकी पांच माह की बच्ची है। ससुराल पक्ष का कहना है कि रजिता और मुनीष की शुक्रवार रात को किसी बात पर बहस हुई थी। इस पर परिवार के सदस्य मनीष को समझाते हुए उसे निचली मंजिल पर लेकर आ गए। इतने में ऊपरी मंजिल से चिल्लाने की आवाज व धुआं उठता देखकर मनीष और घर वाले कमरे की ओर भागे। उन्होंने देखा कि रजिता बुरी तरह से जल रही थी। आग को बुझाते समय मनीष भी 15 फीसदी जल गया है, जो अस्पताल में उपचाराधीन है। मौके पर आए डीएसपी देहरा चंद्रपाल सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं। मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि महिला ने मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाई है।
भाई बोला-ससुरालियों ने बहन के पेट में दर्द बताया
रजिता के भाई लीला कृष्ण ने बताया कि वह अपनी बहन से हर रोज वीडियो कॉल के जरिये बातें करता था। लेकिन बीती रात 9:00 बजे के करीब जब फोन किया तो फोन बहन के पति ने उठाया। उसने बदतमीजी से बात की। उसके बाद कई बार कॉल की लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। बार-बार फोन करने के बाद ससुर ने एक बार फोन उठाया और कहा कि लड़की बिल्कुल ठीक है। पेट में दर्द हो रहा है, इसलिए बात नहीं हो सकती। उन्होंने फोन रख दिया परंतु फोन बंद नहीं हुआ था। इससे वहां पर जो भी आपस में बात हुई, वह साफ-साफ सुनाई दे रही थी। भाई का आरोप है कि हमें एक बार भी नहीं बताया कि लड़की जलकर मर चुकी है। ससुराल वालों के बयान अलग-अलग सामने आए। यह भी कहा कि गैस सिलिंडर लीक होने की वजह से लड़की को आग लगी है।
पुलिस पर आरोपी को बचाने का आरोप
रजिता के अंतिम संस्कार के दौरान मायका पक्ष व ससुराल पक्ष में तीखी बहस हुई। मायका पक्ष रजिता के पति को सामने लाने की बात कर रहा था और यह भी मानने को तैयार नहीं कि लड़की ने खुद आत्महत्या की है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी मायका पक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस आरोपी को बचाने का काम कर रही है।
बैजनाथ के संसाली खड्ड में युवती का शव बरामद
पुलिस थाना बैजनाथ के तहत पंचायत सेहल में फाइबर बोर्ड की फैक्ट्री के साथ लगती संसाली खड्ड के किनारे पर एक युवती का शव मिलने से सनसनी फैल गई। युवती की पहचान कनिका शर्मा पुत्री अशोक शर्मा निवासी जे 318, गली नंबर 12 प्रेम नगर नजफगढ़, दिल्ली के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह लोगों ने युवती का शव देखने के बाद पंचायत प्रधान और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी पूजा कौंडल और डीएसपी बीडी भाटिया मौके पर पहुंच गए और शव को कब्जे में ले लिया। दोपहर बाद रजोट गांव निवासी युवती के रिश्तेदारों ने सोशल मीडिया पर उसकी पहचान कर ली। पुलिस के अनुसार युवती दिल्ली में अपनी मां और भाई के साथ रह रही थी और कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई कर रही थी।
24 अगस्त को परिणाम आने के बाद युवती 25 अगस्त को घर से अपने कार्यालय के लिए निकली। घर वापस न पहुंचने पर युवती की मां ने उसे फोन किया तो उसने फोकंन नहीं उठाया। बाद में उसके परिजनों ने दिल्ली में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। युवती का मोबाइल कुरुक्षेत्र की लोकेशन आने के बाद बंद हो गया। युवती के रिश्तेदारों का घर घटनास्थल से तीन किलोमीटर की दूरी पर भट्टू में है। बताया जा रहा है कि युवती साल में एक या दो बार भट्टू में आती थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पांव में एक धागा बंधा हुआ था तथा मुंह और सिर पर चोट के निशान थे। उधर, लोगों का कहना है कि यह एक हत्या का मामला हो सकता है। वहीं, डीएसपी बीडी भाटिया ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पालमपुर अस्पताल भेज दिया है। मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। मामले को लेकर युवती के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
बनूड़ी गांव में 11 वर्षीय बच्ची की अचानक मौत
पुलिस चौकी डाडासीबा के अंतर्गत रेल पंचायत के गांव बनूड़ी में एक बच्ची की अकस्मात मृत्यु से परिवार सदमे में है। जानकारी के अनुसार बनूड़ी गांव की 11 वर्षीय अमनदीप पुत्री गुरमीत सिंह को शनिवार सुबह 3 बजे के करीब सिर पर किसी चीज के काटने का आभास हुआ। इस पर उसने अपनी मां को बताया। बच्ची की मां ने यहां वहां देखा, मगर उसे कुछ भी दिखाई नहीं दिया। बच्ची के पिता घर पर नहीं थे। सुबह करीब 5 बजे जब बच्ची की हालत खराब हो गई तो परिजनों ने बच्ची को निजी वाहन से सिविल अस्पताल डाडासीबा पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गुरमीत सिंह की दो लड़कियां और एक लड़का है। अमनदीप इनमें से सबसे बड़ी थी और छठी कक्षा में सांडा स्कूल में पढ़ती थी। रेल पंचायत की प्रधान संध्या देवी ने बताया कि मौत की वजह सर्पदंश बताया जा रहा है। उन्होंने सरकार से आकस्मिक मौत होने पर परिवार की आर्थिक सहायता की मांग की है। वहीं, पुलिस चौकी डाडासीबा प्रभारी राजेश द्विवेदी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी। शव पोस्टमार्टम के लिए देहरा भेज दिया गया है।
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