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माओवादी मनाएंगे 19वीं स्थापना दिवस, गांव में लगाया पोस्टर

Shantanu Roy
19 Sep 2023 3:53 PM GMT
माओवादी मनाएंगे 19वीं स्थापना दिवस, गांव में लगाया पोस्टर
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ग्रामीणों में दहशत का माहौल
झारखंड। भाकपा माओवादी 21 से 27 सितंबर तक स्थापना दिवस मनाये जाने की तैयारी में है. स्थापना दिवस मनाये जाने से पूर्व गिरीडीह और बोकारो में पोस्टरबाजी की है. बताया जाता है कि स्थापना दिवस पर नक्सली संगठन की रणनीति इलाके में हिंसक वारदातों को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को रहती है. शुरूआत अपने प्रभुत्व वाले इलाके में नक्सली संगठन ने पर्चा छोड़ कर किया है. नक्सली इस बार 19वीं वर्षगांठ मना रहे है. इसको लेकर विज्ञप्ति भी जारी किया है. उतरी छोटानगपुर जोनल कमेटी भाकपा माओवादी के नाम से जारी विज्ञप्ति भाकपा माओवादी संगठन की ओर से अपील की गई है कि पूरे जोश खरोश और क्रांतिकारी जज्बे के साथ वर्षगांठ मनाएं. वर्षगांठ 21 सितंबर से 27 सितंबर के बीच मनाया जा रहा है. बता दे कि उल्लेखनीय है कि 21 सितंबर 2004 को तीन नक्सली संगठनों के विलय से भाकपा माओवादी संगठन का गठन किया गया था. विलय होने वाले नक्सली संगठन सीपीआई एमएल, पीपुल्स वार ग्रुप, एमसीसीआई शामिल थे।

पोस्टरबाजी कर पर्चा छोड़ा इलाके में दहशत
वर्षगांठ मनाये जाने से दो दिन गिरीडीह और बोकारो जिले के नक्सल प्रभावित इलाके में नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. गिरीडीह जिले के मधुबन मोड पालगंज इलाके में पोस्टबाजी की गई है. वही पर्चा भी छोड़ा गया है. इसके अलावे बोकारो जिले के ललपनियां बाजार में अलग-अलग दुकानों पर बीते रात में भाकपा माओवादियों द्वारा पोस्टर चिपकाया गया. हर पोस्टर में अलग-अलग स्लोगन लिखी थी. पोस्टर में भाकपा माओवादियों के तमाम वीर शहीदों को शत-शत नमन तो दूसरे में विश्व के सर्वहारा क्रांति के महान नेता मार्क्स, एंगेल्स, लेनिन और स्वालिन माओ को लाल सलाम तो अन्य में हर प्रकार के संशोधनवाद मुर्दाबाद, मौजूदा फासीवादी स्वेच्छाचारी व्यवस्था को खत्म कर जनवादी व्यवस्था को लागू करो, भाकपा के संस्थापक, शिक्षक व मार्गदर्शक नेता चारु मजूमदार और कन्हाई चटर्जी को शत-शत लाल सलाम, विश्वभर के तमाम मार्क्सवादी, लेनिनवादी, माओवादी पार्टियों की एकता जिंदाबाद-इंकलाब जिंदाबाद, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी जिंदाबाद लिखे हुए हैं. जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस को मिली, पहुंचकर पोस्टरों को उखाड़ कर थाना ले आई. यह इलाके पूर्व में बुरी तरह से नक्सल प्रभावित इलाक था. हालांकि स्थिति अब भी वैसी ही पर थोड़ी सी बदली है. पुलिस और अर्द्ध सैनिक बल बहुत हद तक नक्सलियों की कमर तोड़ दी है. लेकिन, वह मौका मिलते ही नक्सली अपने हरकत से बाज नहीं आते हैं।
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