पंजाब। बुधवार को भाखड़ा और पोंग डैम से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से पंजाब के पांच जिलों (गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला और तरनतारन) के कई गांव जलमग्न हो गए हैं। एक महीने में दूसरी बार बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए प्रशासन ने 3,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। पोंग बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद होशियारपुर जिले के मुकेरियां और दासुया उपमंडलों के 25 बेट क्षेत्र के गांवों से अधिकतम 2,500 लोगों को निकाला गया। बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित महताबपुर गांव के निवासियों ने कहा कि उनके घर 4 फीट पानी में डूबे हुए हैं।
सतलज नदी पर भाखड़ा बांध और ब्यास नदी पर पोंग बांध बने हैं। ये दोनों हिमाचल प्रदेश में हैं। अपने-अपने जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही लगातार भारी बारिश के बाद दोनों डैम लबालब हैं। दोनों बांधों का प्रबंधन भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) द्वारा किया जाता है। बीबीएमबी सचिव सतीश सिंगला ने कहा कि भाखड़ा और पोंग बांधों में जल स्तर बुधवार को क्रमश: 1,677 फीट और 1,398 फीट था।
बीबीएमबी सचिव ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण भाखड़ा बांध में 1.93 लाख क्यूसेक पानी का प्रवाह हुआ है, जबकि पोंग डैम में सात लाख क्यूसेक से अधिक पानी आया है। उन्होंने बताया कि दोनों बांधों के गेट दो दिन पहले ही खोल दिए गए थे, जिसमें पोंग बांध से 1.43 लाख क्यूसेक और भाखड़ा बांध से लगभग 80,000 क्यूसेक पानी बह रहा था।