भारत

स्टार्टअप तो बहुत लोग शुरू करते हैं, लेकिन पॉलिटिक्स में तो ज्यादा और बार-बार लॉन्च करना पड़ता है: पीएम मोदी

jantaserishta.com
20 March 2024 9:20 AM GMT
स्टार्टअप तो बहुत लोग शुरू करते हैं, लेकिन पॉलिटिक्स में तो ज्यादा और बार-बार लॉन्च करना पड़ता है: पीएम मोदी
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को भारत मंडपम में 'स्टार्टअप महाकुंभ' में शामिल हुए। यहां पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर फिर एक बार तंज कसा।
उन्होंने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि स्टार्ट-अप तो बहुत लोग लॉन्च करते हैं, लेकिन पॉलिटिक्स में तो ज्यादा और बार-बार लॉन्च करना पड़ता है। उन्होंने आगे कहा कि आप में और उनमें फर्क ये है कि आप लोग प्रयोगशील होते हैं। एक लॉन्च नहीं हुआ तो तुरंत दूसरे पर चले जाते हैं। पीएम मोदी की यह बात सुनकर कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे। दरअसल, 'स्टार्टअप महाकुंभ' 18-20 मार्च तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में आंत्रप्रेन्योर, इन्वेस्टर और बिजनेसमैन शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज देश 2047 के विकसित भारत के रोडमैप पर काम कर रहा है, ऐसे समय में मुझे लगता है कि ये स्टार्टअप महाकुंभ बहुत महत्व है। बीते दशकों में भारत ने आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है। अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं। इसलिए स्टार्ट अप की दुनिया का इस महाकुंभ में होना, बहुत मायने रखता है और मैं बैठे-बैठे सोच रहा था कि ये स्टार्टअप वाले सफल क्यों होते हैं। उनके अंदर कौन सा जीनियस एलिमेंट है, जिसके कारण यह सफल हो जाते हैं।"
पीएम मोदी ने आगे कहा, "देश ने स्टार्ट अप इंडिया अभियान के तहत इनोवेटिव आइडिया को एक प्लेटफॉर्म दिया है। उनको फंडिंग के सोर्स से कनेक्ट किया। आज पूरा देश गर्व से कह सकता है कि हमारा स्टार्टअप इकोसिस्टम सिर्फ बड़े मेट्रो शहर तक सीमित नहीं है, अभी देश की छोटी सी फिल्म में भी दिखाया गया। भारत की स्टार्टअप क्रांति का नेतृत्व देश के छोटे शहरों के युवा कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि आज एग्रीकल्चर, टेक्सटाइल, मेडिसिन, ट्रांसपोर्ट, स्पेस और यहां तक कि योग और आयुर्वेद के स्टार्टअप भी शुरू हो चुके हैं।"
उन्होंने कहा, "भारत आज अगर ग्लोबल स्टार्टअप स्पेस के लिए नई उम्मीद, नई ताकत बनकर उभरा है, तो इसके पीछे एक सोचा-समझा विजन रहा है। भारत ने सही समय पर सही निर्णय लिए हैं। सही समय पर स्टार्टअप्स को लेकर काम शुरू किया।"
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