असम. मणिपुर में हाल की घटनाओं से प्रभावित कई परिवारों ने असम में शरण ली है। मैंने कछार के जिला प्रशासन से इन परिवारों की देखभाल करने का अनुरोध किया है। मैं मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के साथ भी लगातार संपर्क में हूं और इस संकट की घड़ी में असम सरकार ने पूरा समर्थन देने का संकल्प लिया है. यह जानकारी असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दी.
बता दें कि देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर इस वक्त सुलग रहा है. हालात यह हैं कि यहां भड़की हिंसा के बाद स्थिति को सामान्य करने के लिए भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. सामने आया है कि मोरेह और कांगपोकपी में तो स्थिति नियंत्रण में है और हालात स्थिर हैं, लेकिन अभी इंफाल और सीसीपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं. एहतियात के तौर पर मणिपुर में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती जारी रहेगी. इसके अलावा नागालैंड से अतिरिक्त कॉलम भी फिर से तैनात किए गए. वहीं मणिपुर हिंसा की बिगड़ी स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक्शन मोड में आ गए हैं.
मणिपुर में बीते तीन दिनों से स्थिति खराब है. इसके पहले बुधवार-गुरुवार को ही सरकार ने यहां इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश दिया था. वहीं दूसरी ओर गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक्शन मोड में आ गए. उन्होंने पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, केंद्रीय गृह सचिव, निदेशक आईबी और राज्य के साथ-साथ केंद्र के संबंधित अधिकारियों के साथ दो वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग बैठकें कीं. मणिपुर में हालात सामान्य करने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद भी ली जा रही है. गुवाहाटी और तेजपुर से गुरुवार रात को सेना के अतिरिक्त बल भारतीय वायुसेना के विमानों के जरिए मणिपुर लाए जाने की बात भी सामने आई है.
हिंसा को देखते हुए, मोबाइल डेटा के बाद अब मणिपुर में ब्रॉडबैंड सेवाएं भी निलंबित हैं. सरकार ने रिलायंस जियो फाइबर, एयरटेल एक्सट्रीम, बीएसएनएल आदि को हिंसा और अफवाह फैलाने के लिए ब्रॉडबैंड और डेटा सेवाओं पर रोक लगाने का आदेश दिया है. मणिपुर राज्य में मौजूदा स्थिति के कारण अगले 5 दिनों के लिए इनके निलंबन का आदेश दिया गया है. MHA के शीर्ष अधिकारी लगातार राज्य के संपर्क में है स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं.