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मनीष सिसोदिया ने 14 फोन नष्ट कर सबूत मिटाए, ED का दावा

Nilmani Pal
19 March 2023 1:48 AM GMT
मनीष सिसोदिया ने 14 फोन नष्ट कर सबूत मिटाए, ED का दावा
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दिल्ली। दिल्ली के कथित शराब घोटाले में केंद्रीय एजेंसियां नित नए खुलासे कर रही हैं तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेता भी केंद्र सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रवर्तन निदेशालय के नए दावे सामने आए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate, ED) ने दिल्ली की विशेष अदालत के समक्ष दावा किया है कि आम आदमी पार्टी के नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) शराब घोटाले की जांच को बाधित करने के लिए बड़े पैमाने पर डिजिटल सबूतों को नष्ट करने में कथित तौर पर शामिल थे। इसके लिए उन्होंने 14 फोन बदले या उन्हें नष्ट कर दिया।

एजेंसी ने शुक्रवार को मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की हिरासत को बढ़ाने की मांग की थी। ईडी ने अपने रिमांड आवेदन में कई दावे और खुलासे किए। ईडी ने अदालत से कहा कि दिल्ली की नई आबकारी नीति 2021-22 में थोक विक्रेताओं के लिए 12 फीसदी की लाभ मार्जिन तय करने समेत कई अन्य सिफारिशों को मंत्रियों (जीओएम) की बैठकों में तय नहीं किया गया था। इन्हें बाहरी सोर्सेज के कहने पर लिया गया था। ईडी ने विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल के समक्ष उक्त आवेदन दिया। ईडी की दलीलों और दावों पर गौर करते हुए विशेष न्यायाधीश नागपाल ने सिसोदिया की हिरासत दिनों के लिए बढ़ा दी थी।

ईडी ने यह भी कहा कि अब तक की छानबीन से संकेत मिलता है कि सिसोदिया अपराध की आय को हासिल करने से जुड़ी गतिविधि में शामिल थे। वह मनी लॉन्ड्रिंग अपराध के दोषी हैं। मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 9 मार्च को तिहाड़ जेल में सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। वह तिहाड़ में सीबीआई की ओर से जांच किए जा रहे मामले में बंद थे। सीबीआई ने सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। ईडी सिसोदिया के खिलाफ शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है।

ईडी ने अदालत से सिसोदिया की हिरासत सात दिन और बढ़ाने की मांग की थी। एजेंसी ने आरोप लगाया कि सिसोदिया ने ऐसी जानकारी छिपाई जो इस केस की जांच के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। ईडी ने अपने आवेदन में कहा कि सिसोदिया की हिरासत में पूछताछ के बाद जो तथ्य सामने आए हैं उनमें पाया गया है कि वे (Manish Sisodia) जांच को बाधित करने और बड़े पैमाने पर डिजिटल सबूतों को नष्ट करने में शामिल थे। शराब घोटाले की एक साल की अवधि के दौरान, सिसोदिया ने 14 फोन बदले या नष्ट कर दिए। इनमें से केवल एक फोन सीबीआई द्वारा बरामद किया जा सका।


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