मणिपुर में गठजोड़ अलग है और पार्टी को उम्मीद है कि वह बीजेपी को चुनौती दे सकती है. इसे "मणिपुर के लिए खुशी का दिन" बताते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के ओकराम इबोबी सिंह ने कहा, "यह गठबंधन विधानसभा चुनावों के लिए बनाया गया है. हम छह समान विचारधारा वाले धर्मनिरपेक्ष दल चुनाव लड़ने के लिए एक साथ आए हैं." 2002 से 2017 तक मुख्यमंत्री रहे इबोबी सिंह ने कहा कि गठबंधन का एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम होगा. सीपीआई के राज्य सचिव सतिन कुमार ने कहा कि चुनावों के लिए हमने यह गठबंधन बनाया है, क्योंकि इस भूमि पर एक अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक, सांप्रदायिक पार्टी सत्ता में है. मणिपुर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नमिरकपम लोकेन सिंह ने कहा कि पार्टियां राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी को हराने के लिए आश्वस्त हैं.
कांग्रेस मणिपुर चुनाव के लिए पहले ही 40 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची की घोषणा कर चुकी है, जबकि सीपीआई ने 2 उम्मीदवारों का ऐलान किया है. मणिपुर की 60 सीटों पर दो चरणों के तहत मतदान होगा. पहले चरण की वोटिंग 27 फरवरी और दूसरे चरण की 3 मार्च को होगी. चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित होंगे.