भारत

करुणा पर चल कर इंसान को प्राप्त होंगे अच्छे परिणाम, अपवित्र आचरण से होंगे हमेशा दुखी: दलाईलामा

Shantanu Roy
6 Sep 2023 9:53 AM GMT
करुणा पर चल कर इंसान को प्राप्त होंगे अच्छे परिणाम, अपवित्र आचरण से होंगे हमेशा दुखी: दलाईलामा
x
धर्मशाला। पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज में मंगलवार को सुबह मुख्य तिब्बती मंदिर त्सुगलाग्खांग में दलाईलामा ने विशेष प्रार्थना रखी। दलाईलामा ने मुख्य तिब्बती मंदिर में दक्षिण पूर्व एशियाई लोगों के एक समूह के अनुरोध पर ऑटोकमैंट्री के संयोजन में चंद्रकीॢत के मध्य मार्ग में प्रवेश पर पिछले साल के शिक्षण को जारी रखते हुए कहा कि आज विभिन्न परंपराओं के अनुयायी हैं। हम सभी बुद्ध को सम्मान देते हैं, जिन्होंने अतुलनीय योग्यता और ज्ञान एकत्रित करके ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि उनकी वाणी विशेषत: 3 प्रकार के प्राणियों की आवश्यकताओं एवं इच्छाओं की पूॢत करती है। मूलत: उन्होंने सिखाया कि कैसे हम सभी अच्छे दिल वाले बन सकते हैं। हमें उन कारणों की जांच करनी चाहिए जिनके माध्यम से बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ।
हमारे पास भी बुद्ध-प्रकृति है, लेकिन यह इस गलत धारणा जैसे अशुद्धियों से अस्पष्ट है कि लोग और घटनाएं स्वतंत्र रूप से मौजूद हैं। दलाईलामा ने कहा कि एक कारण यह है कि यही वास्तव में मन की शांति को जन्म देता है। उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य के रूप में हमारा जन्म चमत्कारिक ढंग से नहीं हुआ है। हमारी माताओं ने हमें जन्म दिया और फिर प्यार और दुलार से हमारा पालन-पोषण किया। इसी वजह से हममें दूसरों को महत्व देने की क्षमता होती है। उन्होंने कहा कि जब हम वास्तव में करुणा विकसित करते हैं, तो हम दूसरों की पीड़ा को असहनीय महसूस करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि हम करुणा और अन्य गुणों का विकास करते हैं तो हम अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे, जबकि अपवित्र आचरण बुरे प्रवास या दुखी इंसान के रूप में जीवन की ओर ले जाता है।
Next Story