भारत

पेड़ पर इंसान, हांथ और पांव में बेड़ियां दिखीं, जानें पूरा माजरा

jantaserishta.com
22 Jun 2024 9:00 AM GMT
पेड़ पर इंसान, हांथ और पांव में बेड़ियां दिखीं, जानें पूरा माजरा
x
किसी अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है।
रीवा: रीवा में एक किसान नेता ने अनोखे अंदाज में अनशन शुरू किया है। वह अपनी मांगों को लेकर 80 फीट ऊंचे पेड़ पर अपने हांथ पांव को बेड़ियों से बांधकर अनशन पर बैठ गए हैं।
अनशन पर बैठने वाले किसान नेता विश्वनाथ पटेल उर्फ चोटी वाला ने हुजूर एसडीएम (रीवा शहर के एसडीएम) वैशाली जैन और बिजली विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चोटीवाला ने हांथ और पांव में बेड़ियां डालकर पूरी रात पेड़ पर बैठकर बिताया। इसके बावजूद किसी अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है। उनका कहना है की जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, उनका अनशन जारी रहेगा।
दरअसल, विश्वनाथ पटेल उर्फ चोटी वाला ने हुजूर एसडीएम वैशाली जैन के खिलाफ विभागीय जांच की मांग और बिजली विभाग के तानाशाही रवैए को लेकर रीवा जिले के गुढ़ विधानसभा के अंतर्गत तमरादेश में 80 फीट ऊंचे पेड़ में बैठकर अपने हांथ पांव को बेड़ियों से जकड़कर अनशन शुरू कर दिया है। शुक्रवार को पूरी रात चोटी वाला ने इसी तरह पेड़ पर बैठकर रात गुजारी है। उसके बाद भी उनकी सुध लेने कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा।
चोटी वाला की मांग है कि एसडीएम वैशाली जैन के खिलाफ विभागीय जांच हो साथ ही बिजली विभाग द्वारा जले हुए ट्रांसफार्मर और खराब तारों को बदला जाए। उन्होंने इससे पहले पीएचई विभाग के खिलाफ भी प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पीएचई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और और खराब हैंडपंपों को ठीक करवा दिया गया। लेकिन, इस बार बिजली विभाग के किसी भी अधिकारी ने अभी तक उनसे संपर्क नहीं किया है। न ही एसडीएम के खिलाफ जांच की मांग को लेकर उन्हें कोई आश्वासन दिया गया है, जिससे उनका अनशन लगातार जारी है।
उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, उनका अनशन जारी रहेगा। हालांकि, यह कोई पहला मौका नहीं है जब चोटी वाला के द्वारा इस तरह अनोखे अंदाज में अनशन किया जा रहा है। इसके पहले भी उनके द्वारा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कभी कुएं के अंदर तो कभी चिता पर बैठकर अनोखे अंदाज में धरना प्रदर्शन किया जा चुका है। प्रशासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए वो इसी तरह से प्रदर्शन करते हैं। अब देखना है कि उनकी मांगों को लेकर प्रशासन क्या कदम उठाती है।
Next Story