पश्चिम बंगाल। ममता कैबिनेट में बुधवार को फेरबदल होने जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही सोमवार को इस बात की जानकारी दी थी। इस दौरान कैबिनेट में कुछ नए नाम शामिल किए जाएंगे। वहीं, कुछ पुराने मंत्रियों को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है। खबर है कि सीएम बनर्जी 'युवाओं' की टीम बनाने की तैयारी कर रही हैं।
सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक के बाद सीएम बनर्जी ने घोषणा की थी कि वह 4-5 नए चेहरों को शामिल करेंगी। उन्होंने कहा था, 'सुब्रत मुखर्जी और साधन पांडे का निधन हो गया है। पार्थ दा जेल में हैं। उनके पास पंचायत, उद्योग, उपभोक्ता और कई जरूरी विभाग थे। मैं और दबाव नहीं संभाल सकती। उनकी गैरमौजूदगी में इन विभागों को कौन देखेगा? इसलिए मुझे नए चेहरों को शामिल करना जरूरी है। कुछ नेताओं को पार्टी संगठन में भी भेजा जाएगा।' उन्होंने कहा था, 'इसलिए बुधवार को हम शाम 4 बजे छोटो फेरबदल करेंगे।'
टेलीग्राफ के अनुसार, स्नेहाशीष चक्रवर्ती, तपस रॉय, उदयन गुहा, जाकिर हुसैन, सुब्रत मंडल, पार्थ भौमिक और बाबुल सुप्रियो का नाम चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूर्व में केंद्रीय मंत्री के तौर पर अनुभव को देखते हुए सुप्रियो के नाम पर विचार किया जा रहा है। इनमें से रॉय और हुसैन पहले भी कैबिनेट का हिस्सा रह चुके हैं।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा कि परेश अधिकारी (स्कूली शिक्षा राज्यमंत्री), रत्ना दे नाग (पर्यावरण के स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री), सुमन महापात्रा (सिंचाई मंत्री), अखरूजमन (ऊर्जा राज्य मंत्री) और ज्योतिप्रिया मलिक (वनमंत्री) को हटाया जा सकता है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नए मंत्रियों को लेकर टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'ममता बनर्जी युवा कैबिनेट चाहती हैं। इसलिए सुप्रियो, भौमिक और चक्रवर्ती जैसों को शामिल किया जा सकता है।' उन्होंने बताया, 'अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी नई कैबिनेट में युवा चेहरों को लाना चाहते हैं और इसे लागू किया जाएगा। वह बाबुल सुप्रियो और पार्थ भौमिक को आगे लाना चाहते हैं।' वहीं, पहले से ही राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाव रहे बीरबाहा हंसदा को स्वतंत्र प्रभार मिल सकता है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि मलय घटक और मानस भूनिया की जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। जबकि, फिरहाद हाकिम और चंद्रिमा भट्टाचार्य की जिम्मेदारियां घट सकती है। इधर, सुमन महापात्रा को जिला इकाई का अध्यक्ष बनाया गया है। ऐसे में उन्हें कैबिनेट से बाहर किया जा सकता है।