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Makar Sankranti: शिवरीनारायण महानदी में आस्था की लगाई डुबकी, पूजा के साथ दान भी

Gulabi Jagat
14 Jan 2025 2:16 PM GMT
Makar Sankranti: शिवरीनारायण महानदी में आस्था की लगाई डुबकी, पूजा के साथ दान भी
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Shivrinarayan शिवरीनारायण: टेंपल सिटी शिवरीनारायण नगर में सालों बाद मकर संक्रांति पर बना शुभ योग, चित्रोत्पला महानदी में स्नान व दीपदान लोगों ने किया अल सुबह से किया जहां दान, स्नान, आस्था के पर्व मकर संक्रांति पर भक्तों ने महानदी में आस्था की डुबकी लगाई। मकर स्नान के लिए बड़ी संख्या में सुबह से ही लोग महानदी के घाटों में पहुंचने लगे थे। जगह जगह महानदी के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ पुण्य स्नान के लिए लगी थी। महानदी के महादेव घाट, काली घाट, राम घाट, बावा घाट, साव घाट, पचरी घाट, डोंगाघाट, रपटा घाट में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ महानदी में पुण्य स्नान किया। श्रद्धलुओं ने पुण्य स्नान के पश्चात भगवान सूर्य को अर्घ्य दे कर अपने और अपने परिवार की मनोकामना पूर्ति की कामना की। मकर स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने नगर के सभी मंदिरों में भगवान का दर्शन किया तथा अपने साथ लाए दाल, चावल, पैसा, वस्त्र, तिल लड्डुओं का दान किया। नगर के मंदिरों में मकर संक्रांति को ध्यान में रखते हुए मंदिरों का आकर्षक श्रृंगार किया गया था। सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान के पश्चात मंदिरों में भगवान का दर्शन आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे।
माघ पूर्णिमा में लगता है मेला
शिवरीनारायण में प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा में मेला प्रांरभ होता है जो महाशिवरात्रि तक चलता है। मेले में आध्यात्मिक से लेकर ग्रामीण संस्कृति की झलक दिखाई देती है। मेले में समूचे छत्तीसगढ़ से श्रद्धालु और आस्थावान शामिल होते हैं। मेले में लोगों को रोजगार भी मिलता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था का प्रतिवर्ष लगने वाला मेला सबसे बड़ा जरिया है।
राम वन गमन पथ से मिली नगर को नई पहचान
शिवरीनारायण की संस्कृति को नई पहचान देने के लिए राज्य शासन ने राम वन गमन पथ योजना शुरू की है। यहां भगवान राम, जानकी व लक्ष्मण की भव्य प्रतिमा की स्थापना की गई है। शिवरीनारायण को देश का पाचवां धाम और गुप्त तीर्थ कहा जाता है।
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