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3 ऑफिसर के रिटायरमेंट से थल सेना में हुआ बड़ा फेरबदल

Nilmani Pal
1 Feb 2022 10:29 AM GMT
3 ऑफिसर के रिटायरमेंट से थल सेना में हुआ बड़ा फेरबदल
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दिल्ली। तीन बड़े सैन्य ऑफिसर के रिटायरमेंट से थलसेना में बड़ा फेरबदल हुआ है. पूर्वी कमान के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने अब सेना के नए सह-प्रमुख का पदभार संभाल लिया है. उनकी जगह अब लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कलीता ने ली है. उत्तरी कमान के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी के रिटायरमेंट पर उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ले रहे हैं. 31 जनवरी यानी सोमवार को सेना के तीन बड़े अफसरों ने लंबी सेवाओं के बाद अपने 'बूट्स टांग दिए' यानी उनका रिटायरमेंट हो गया. इनमें साउथ ब्लॉक में सेना मुख्यालय में सह-प्रमुख यानी वाइस चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल सी पी मोहंती थे. राजपूत रेजीमेंट से ताल्लुक रखने वाले लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती पिछले डेढ़ साल से इस पद पर थे और एलएसी पर चीन से चल रही तनातनी के दौरान 'इमरजेंसी प्रोक्योरमेंट' और डिसरेप्टिव टेक्नोलॉजी' को सेना में शामिल करने में अहम भूमिका निभाई.

जनरल नरवणे 30 अप्रैल को हो रहे रिटायर

लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती की जगह अब लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने ली है. फोर्ट विलियम (कोलकता) स्थित सेना की पूर्वी कमान के कमांडर रहे लेफ्टिनेंट जनरल पांडे अब सेना में थलसेना प्रमुख, जनरल एम एम नरवणे के बाद सबसे सीनियर अधिकारी हो गए हैं. जनरल नरवणे इसी साल 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं. ऐसे में जवरल नरवणे के बाद लेफ्टिनेंट जनरल पांडे थलसेना प्रमुख बनने की दौड़ में सबसे आगे रहेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल पांडे सेनै की इंजीनियरिंग कोर से ताल्लुक रखते हैं. अभी तक थलसेना प्रमुख का पद अमूमन इन्फेंट्री, आर्टलरी और आर्मर्ड कोर के ही अधिकारियों को मिलता आया है.


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