नौकरशाही में बड़ा फेरबदल, 239 प्रशासनिक अफसरों का हुआ तबादला
राजस्थान। राजस्थान (Rajasthan) में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार ने नौकरशाही में बड़ा फेरबदल किया है. जहां पर सोमवार को राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के 239 अधिकारियों के तबादले किए है. राज्य के कार्मिक विभाग ने सोमवार रात को इस संबंध में आदेश जारी किया. जिन RAS अधिकारियों का तबादला किया गया है, उनमें कजोड़मल डूंडिया, लेखराज तोसावड़ा, पुखराज सेन व मुकुल शर्मा का नाम भी शामिल है. वहीं, सरकार ने राजगढ़, अलवर के उपखंड अधिकारी केशव कुमार मीना को निलंबित कर दिया है. हालांकि, उनके निलंबन का कारण नहीं बताया गया है. इनके साथ ही राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दुहरिया और नगर पंचायत के कार्यकारी अधिकारी बनवारी लाल मीणा को भी निलंबित किया गया है. गौरतलब है कि राजगढ़ नगरपालिका क्षेत्र में हाल में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एक मंदिर को भी ढहाने को लेकर विवाद हो गया था.
राजगढ़ में मंदिर तोड़ने के मामले में हुए विवाद के बाद उपखंड अधिकारी केशव कुमार मीणा को निलंबित कर दिया है. निलंबन के दौरान केशव कुमार मीणा कार्मिक विभाग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. मुख्यमंत्री के सचिव IAS गौरव गोयल को राजस्थान स्टेट सर्विस डिलिवरी वार रूम का अतिरिक्त प्रभार मिला है तो वहीं IAS राम प्रकाश को संयुक्त शासन सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का जिम्मा दिया गया है. IAS हेमंत गेरा को कार्मिक विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. जोधपुर के संभागीय आयुक्त बनाए गए जितेन्द्र उपाध्याय वापस सचिवालय में रहने में कामयाब हुए हैं. उनको वापस मंत्रिमंडल सचिवालय सहित पुराने विभाग दिए गए हैं. उपाध्याय का जोधपुर संभागीय आयुक्त पर किया तबादला निरस्त किया गया है.
इस दौरान प्रदेश की विपक्षी पार्टी बीजेपी गहलोत सरकार पर आक्रामक होती नजर आ रही है. जहां पर बीजेपी एक समुदाय के लिए तुष्टीकरण की राजनीति करने के लिए राज्य सरकार पर निशाना साध रही है, जबकि कांग्रेस ने दावा किया कि राजगढ़ नगरपालिका में बीजेपी बोर्ड द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान का फैसला लिया गया था. हालांकि, कार्मिक विभाग के आदेश के मुताबिक, सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से नई पदस्थापना पर कार्यभार ग्रहण करने और कार्यभार ग्रहण करने की रिपोर्ट देने को कहा गया है.