शादी का कार्ड देने के बहाने बड़ी वारदात, डर के साये में इलाके के लोग
मैनपुरी: मैनपुरी शहर के कृष्णा नगर स्थित मकान में लूट की घटना का दूसरे दिन भी खुलासा नहीं हो पाया। पुलिस दूसरे दिन भी घटना को लेकर संदेह में बनी रही। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस घटना का पर्दाफाश करने की तो है ही, सवाल इस बात का भी है कि घटना के दौरान जो लुटेरे घर में तीन घंटे रहे वे स्थानीय हैं या कहीं बाहर से आए हैं। पुलिस पूरे दिन इस बात का पता लगाती रही कि आखिर तीन घंटे लुटेरे घर में क्या करते रहे। कोतवाली पहुंचे पीड़ितों से भी पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की फिर से जानकारी ली।
शुक्रवार की शाम 7.30 बजे शादी का कार्ड देने के बहाने तीन लुटेरे घर में घुसे और उन्होंने 10 लाख से अधिक के आभूषण, 45 हजार रुपये की नकदी लूट ली। इस आशय का मुकदमा कृष्णानगर निवासी रिटायर्ड शिक्षिका स्नेहलता पत्नी बलवीर सिंह भदौरिया ने कोतवाली में दर्ज कराया है। तीन अज्ञात और नगला जुला निवासी विनय चौहान उर्फ राजू को आरोपी बनाया गया है। स्नेहलता ने पुलिस को जानकारी दी कि बदमाश लूट की घटना के दौरान तीन घंटे उनके घर में रहे। उन्होंने तमंचे के बल पर उन्हें बंधक बनाया।
कोतवाल फतेह बहादुर सिंह का कहना है कि पीड़िता ने उन्हें जानकारी दी है कि घटना के दौरान कमरे में रखी दो कुर्सियां बदमाश लेकर आए और दीवार के निकट कुर्सियों पर बलवीर और स्नेहलता को बैठाया। बदमाशों ने फ्रिज से मिठाई निकाली और खायी, पीड़ितों को भी मिठाई खाने के लिए पूछा। उनके पैर भी छुए।
स्नेहलता का कहना है कि तीनों ही बदमाश मास्क लगाए हुए थे और हाथों में ग्लब्स पहनकर आए थे। उन्होंने एक युवक पर घटना का शक भी जताया है। लेकिन जो कहानी बताई गई है उस पर पुलिस को संदेह है। कोतवाल फतेह बहादुर सिंह का कहना है कि जनपद में इतने बड़े शातिर चोर नहीं है जो तीन घंटे लूटपाट करें और घर में ही बने रहें। लेकिन फिर भी पुलिस सभी एंगल से घटना को देख रही है। पुलिस जल्द इस घटना का खुलासा करेगी और लूट के रहस्य से पर्दा हटाया जाएगा।