सेना की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में दिल्ली में गिरफ्तार किये गये एक और मेजर, वसंत विजय किलारी (45) को पुणे की एक अदालत में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस. आर. नवंदार के समक्ष बुधवार को पेश किया गया था. अदालत ने आरोपी को 15 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. सरकारी अभियोजक प्रेमकुमार अग्रवाल ने मेजर किलारी की पुलिस हिरासत की मांग करते हुए अदालत को बताया की किलारी रविवार को दिल्ली में गिरफ्तार हुए एक अन्य मेजर रैंक के अधिकारी थिरू मुरुगन थांगवेलु के सहपाठी हैं.
पेपर लीक होने के कारण 28 फरवरी को निर्धारित की गई सेना भर्ती परीक्षा को रद्द करना पड़ा था. इस मामले में दो मेजर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अग्रवाल ने अदालत से कहा, ''रिकॉर्ड अधिकारी के रूप में पदस्थ मेजर रैंक के अधिकारी किलारी ने कागज थांगवेलु को दिए थे और उन्होंने पेपर को मामले के सात आरोपियों में से एक भारत अदाकमोल को दिया.''
सरकारी अभियोजक ने कहा कि पुलिस को आरोपियों के बीच वित्तीय संबंधों की जांच के साथ यह भी पता करना है कि पेपर कहाँ से लीक हुआ. मेजर किलारी की ओर से पेश बचाव पक्ष की तरफ से भी उन्हें हिरासत में ना भेजे जाने की अपील की गई. लेकिन दलीलें सुनने के बाद अदालत ने मेजर किलारी को 15 मार्च तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है.