झारखंड के कोडरमा थर्मल पावर प्लांट (Kodarma Thermal Power Plant) में लिफ्ट का तार टूटने से 4 की लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग निर्माणाधीन चिमनी के ऊपर फंस गए. बाद में इन सभी को रेस्क्यू कर सुरक्षित नीचे उतारा गया. सूचना के मुताबिक, इस हादसे में श्रीविजया नामक कंपनी के प्रोजेक्ट हेड, 2 इंजीनियर्स समेत 4 लोगों की जान चली गई. चिमनी निर्माण के दौरान अस्थाई लिफ्ट का तार टूटने से इसमें सवार 4 लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान श्रीविजया कंपनी के प्रोजेक्ट हेड आंध्र प्रदेश निवासी 42 वर्षीय कृष्णा प्रसाद कोडाली, नागपुर निवासी प्रोजेक्ट ऑफिसर 50 वर्षीय विनोद चौधरी, आंध्र प्रदेश निवासी 30 वर्षीय इंजीनियर कार्तिक सागर एवं बिहार के गया निवासी 30 वर्षीय सेफ्टी ऑफिसर नवीन कुमार के रूप में हुई.
जानकारी के अनुसार, प्रोजेक्ट हेड कृष्णा प्रसाद अपने सहयोगियों के साथ निर्माणाधीन चिमनी में फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन एरिया में करीब 120 फीट की ऊंचाई पर काम का निरीक्षण कर रहे थे. इस दौरान लिफ्ट का तार टूटने से सभी चारों लोग नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इनमें से दो लोगों की थोड़ी देर बाद घटनास्थल पर मौत ही हो गई, जबकि दो लोगों की मौत कोडरमा सदर अस्पताल में पहुंचने पर हुई.
घटना के बाद कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन के अंदर किसी भी मीडियाकर्मी के प्रवेश पर रोक लगा दी गई. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार लिफ्ट का तार टूटने के बाद निर्माणाधीन चिमनी में करीब 120 फीट की ऊंचाई पर 20 के आसपास मजदूर फंसे हुए थे. जिला प्रशासन और डीवीसी ने करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित नीचे उतारा. हादसे पर जिला प्रशासन और प्लांट प्रशासन ने चुप्पी साध ली है. कोडरमा में हुई घटना पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री और स्थानीय सांसद अन्नपूर्णा देवी ने दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ' कोडरमा थर्मल पावर प्लांट में हुई दुर्घटना में 4 कर्मियों के निधन की दुःखद खबर मिली है. प्रभु दिवंगत आत्माओं को शांति और उनके परिजनों को आघात सहन करने की शक्ति दें. DVC चेयरमैन से बात कर दुर्घटना की जानकारी ली. दिवंगत कर्मियों के परिजनों को राहत और मुआवजा उपलब्ध कराने को कहा है.'