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बड़ा हादसा: शिमला के कच्चीघाटी इलाके में 7 मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह गई

Admin4
30 Sep 2021 4:17 PM GMT
बड़ा हादसा: शिमला के कच्चीघाटी इलाके में 7 मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह गई
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शिमला के कच्चीघाटी इलाके में भरभराकर गिर गई 7 मंजिला इमारत

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- शिमला के डिप्टी मेयर शैलेंद्र चौहान ने बताया कि बारिश की वजह से दर्शन कॉटेज नाम की इमारत (7 story Building Collapses) की नींव काफी कमजोर हो गई थी. समय से इसे खाली करा लिया गया था.हिमाचल प्रदेश के शिमला में एक 7 मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह (Shimla 7 Story Building Collapses) गई. यह घटना कच्चीघाटी इलाके में हुई. गनीमत ये रही कि बिल्डिंग को ढहने से पहले ही खाली करा लिया गया था. इसकी वजह से कोई जान या माल का नुकासन नहीं हुआ है. घटना पर हिमाचल प्रदेश के मंत्री (Himachal Minister) सुरेश भारद्वाज ने कहा है कि बिल्डिंग ढहने के कारणों की तकनीकी जांच कराई जाएगी.

मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) का कहना है कि आसपास की जिन बिल्डिंग्स को खतरा हो सकता था उन्हें प्रशासन ने खाली करा दिया है. उन्होंने कहा कि यहां पर रह रहे 8-10 परिवारों को सरकार की तरफ से पुनर्वास के लिए राहत मुहैया कराई जाएगी. बिल्डिंग गिरने का वीडियो (Building Video) सामने आया है. जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह से देखते ही देखते एक सात मंजिला इमारत जमींदोज हो गई.
भरभराकर गिर गई 7 मंजिला इमारत
इमारत के ढहने के समय शिमला प्रशासन मौके पर ही मौजूद था. मामले की खबर मिलते ही डिप्टी मेयर और डीसी भी मौके पर पहुंच गए. शिमला के डिप्टी मेयर शैलेंद्र चौहान ने बताया कि बारिश की वजह से दर्शन कॉटेज नाम की इमारत की नींव काफी कमजोर हो गई थी. समय से इसे खाली करा लिया गया था. जिसकी वजह से जान-माल का नुकसान होने से बच गया. देखते ही देखते बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह ढह गई.
बारिश की वजह से कमजोर हो गई थी इमारत
यह घटना शिमला के कच्ची घाटी इलाके का है. बताया जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश की वजह से इमारत काफी कमजोर हो गई थी. प्रशासन लगातार इस पर नजर बनाए हुए था. समय रहते ही इमारत को खाली करवा लिया गया था. सभी परिवार बिल्डिंग से बाहर जा चुके थे. उसके बाद इमारत भरभराकर गिर गई. प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से एक बड़ा हादास होने से टल गया. किसी की भी जान नहीं गई है.


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