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कछला गंगा घाट पर स्नान के दौरान बड़ा हादसा, तीन बच्चों समेत चार लोग बहे

Shantanu Roy
6 July 2025 3:15 PM GMT
कछला गंगा घाट पर स्नान के दौरान बड़ा हादसा, तीन बच्चों समेत चार लोग बहे
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बालक लापता
Badaun. बदायूं। रविवार सुबह कछला गंगा घाट पर फिरोजाबाद से आए एक परिवार के लिए स्नान पर्व काल बन गया। गंगा स्नान करते समय तीन बच्चों सहित चार लोग गहरे पानी में बह गए। मौके पर मौजूद गोताखोरों की तत्परता से तीन लोगों को बचा लिया गया, लेकिन 10 वर्षीय बालक समर का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। उसकी तलाश में फ्लड पीएसी की टीम भी जुटी हुई है, लेकिन देर शाम तक कामयाबी नहीं मिल सकी।
🔹 फिरोजाबाद से गंगा स्नान करने आया था परिवार
उत्तर फिरोजाबाद के सवितानगर निवासी गिरीश बाबू, दिनेश कुमार और संजीव कुमार, तीनों भाई अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ ईको कार में सवार होकर गंगा स्नान के लिए बदायूं के कछला घाट पहुंचे थे। सुबह 8 बजे घाट पहुंचने के बाद सभी लोग स्नान और मौज-मस्ती में जुट गए। नाव की सैर भी की गई और घाट पर तस्वीरें भी ली गईं।
🔹 सुबह 10 बजे अचानक हुआ हादसा
करीब सुबह 10 बजे दोबारा गंगा में स्नान करते समय संजीव (46 वर्ष), प्रियांशु (14 वर्ष) पुत्र गिरीश बाबू, वंश (10 वर्ष) पुत्र पवन (निवासी आगरा), और समर (10 वर्ष) पुत्र जितेंद्र कुमार (निवासी महादेवनगर, रामगढ़, फिरोजाबाद) गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे।
🔹 शोर सुनकर गोताखोर कूदे, तीन को बचाया गया
जब घाट किनारे मौजूद लोगों ने उन्हें डूबते देखा तो चीख-पुकार मच गई। इस पर मौजूद गोताखोर और नाविक तत्परता दिखाते हुए गंगा में कूद पड़े और संजीव, प्रियांशु और वंश को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन समर लापता हो गया।
🔹 बालक की तलाश में जुटी फ्लड पीएसी
घटना की सूचना मिलने पर कछला पुलिस चौकी और फ्लड पीएसी टीम मौके पर पहुंची। गोताखोरों के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जो देर शाम तक जारी रहा, लेकिन बालक समर का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। परिजन घाट पर ही चिंतित और व्याकुल बैठे हुए हैं।
🔹 बार-बार हादसों के बावजूद नहीं कोई इंतजाम
स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि घाट पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन नगर पंचायत प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। न तो चेतावनी बोर्ड लगे हैं, न ही गहरे पानी की बैरिकेडिंग की गई है, जिससे हर वर्ष कई मासूम जानें खतरे में पड़ जाती हैं। स्थानीय प्रशासन और नगर पंचायत पर सवाल उठते हैं कि आखिर कब तक गंगा स्नान करने वालों की जानें यूं ही लापरवाही की भेंट चढ़ती रहेंगी? बालक की तलाश देर रात तक जारी थी और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि पूरी कोशिश की जा रही है उसे जल्द ढूंढ़ा जा सके।
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