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सेना के अभ्यास के दौरान बड़ा हादसा: फायरिंग रेंज में मोर्टार का गोला फटने से BSF जवान की मौत, 4 अन्य जवान घायल

jantaserishta.com
19 Dec 2021 9:20 AM GMT
सेना के अभ्यास के दौरान बड़ा हादसा: फायरिंग रेंज में मोर्टार का गोला फटने से BSF जवान की मौत, 4 अन्य जवान घायल
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जैसलमेर. भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर (India-Pakistan International Border) पर स्थित भारतीय सेना की जैसलमेर जिले में स्थित किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज (Kishangarh Field Firing Range) में आज बड़ा हादसा हो गया. यहां मोर्टार का गोला फटने (Mortar shell exploded) से बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के एक जवान की मौत हो गई वहीं 8 जवान घायल हो गये. घायलों को रामगढ़ के अस्पताल लाया गया है. हादसे के शिकार हुये जवान BSF पंजाब फ्रंटियर के हैं. हादसे के बाद वहां हड़कंप मच गया. हादसे में जान गंवाने वाले जवान की शिनाख्त संदीप कुमार के रूप में हुई है.

किशनगढ़ फायरिंग रेंज भारत-पाक बॉर्डर पर तनोत के पास स्थित है. यहां लगातार अभ्यास चलता रहता है. रविवार को भी बीएसएफ के जवान नियमित अभ्यास में जुटे हुये थे. इसी दौरान सुबह यह हादसा हो गया. हादसा होते ही वहां एकबारगी अफरातफरी मच गई और घायल जवानों को तत्काल समीप स्थित रामगढ़ के अस्पताल ले जाया गया और वहां उनका इलाज शुरू किया गया.
काफी दूर तक उछलकर जा गिरे जवान
जानकारी के अनुसार फायरिंग रेंज में अभ्यास के लिए आए जवान सर्दी के कारण वहां साफ जगह देखकर अलाव जलाकर तापने लगे. उन्हें नहीं पता था कि उसी के नीचे जीवित बम दबा हुआ है. कुछ ही देर में आग की गर्मी जमीन में दबे बम तक पहुंच गई और उसमें जोरदार धमाका हो गया. धमाका इतना जोरदार था कि जवान काफी दूर तक उछलकर जा गिरे और वहां अफरातफरी मच गई.
बीएसएफ के अधिकारी पहुंचे मौके पर
हादसा होते ही साथी जवानों ने घायलों को संभाला और सभी को एम्बुलेंस से रामगढ़ अस्पताल पहुंचाया. हादसे की जानकारी मिलने पर बीएसएफ के आला अधिकारी रामगढ़ अस्पताल पहुंचे. उन्होंने हादसे जानकारी लेकर घायलों का बेहतर उपचार करवाने के लिए जैसलमेर भिजवाया. सूचना पर रामगढ़ थानाधिकारी चुन्नीलाल विश्नोई भी पुलिस फोर्स के साथ अस्पताल पहुंचे और हादसे की जांच शुरू की.
तो शायद नहीं होता हादसा
किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज में अक्सर फायरिंग का अभ्यास चलता रहता है. फायरिंग के दौरान कुछ बम ऐसे होते है जो फटते नहीं है और जमीन में दबे रह जाते हैं. इस रेंज में स्क्रेप बीनने का ठेका नहीं होने के कारण बीते पांच वर्षों से चल रही फायरिंग का स्क्रेप रेंज में ही बिखर पड़ा है. इसमें कई जीवित बम जमीन में दबे पड़े हैं. अगर यहां से स्क्रेप बीनने का ठेका हो चुका होता तो शायद ये हादसा नहीं होता.
ये जवान हुये हादसे के शिकार
किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज में हुए हादसे में 136वीं वाहिनीं सीमा सुरक्षा बल के जवान संदीप कुमार सिंह की मौत हो गई. वहीं जवान शिवराज यादव, मनिन्दर मेहतो, पीसी सैनी, जीवी राव, प्रीतमसिंह और 73वीं वाहिनी के मधु बागची, सौरभ कुमार तथा 116वीं वाहिनी के किरण कुमार घायल हो गए. उनका उपचार चल रहा है. सभी घायलों हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. मृतक जवान के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है जहां उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा.

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