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ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड गैंग का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, दुबई में मालिक से था सीधा संपर्क
jantaserishta.com
11 Feb 2023 3:30 AM GMT
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महादेव बुक के ओनर सौरभ चन्द्राकर से अभियुक्त सचिन सोनी डील कराता है, फिर महादेव बुक के ओनर द्वारा अभियक्तों को फर्जी बैंक अकाउंट्स, फर्जी सिम कार्डस, मोबाइल फोन व लैपटॉप उपलब्ध कराये जाते हैं।
नोएडा (आईएएनएस)| थाना सेक्टर-39 नोएडा पुलिस द्वारा, ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड करने वाला 01 वांछित अभियुक्त सचिन सोनी को द गोल्डन पाल्म सेक्टर-168 नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त के कब्जे से 01 लैपटॉप, 01 स्मार्ट फोन, 05 फर्जी आधार कार्ड व मकान किराया अनुबन्ध बरामद किया गया है।
अभियुक्तों की महादेव बुक के ओनर सौरभ चन्द्राकर से अभियुक्त सचिन सोनी डील कराता है, फिर महादेव बुक के ओनर द्वारा अभियक्तों को फर्जी बैंक अकाउंट्स, फर्जी सिम कार्डस, मोबाइल फोन व लैपटॉप उपलब्ध कराये जाते हैं। सचिन सोनी द्वारा सेक्टर-108 में मकान नम्बर डी-309 मकान मालिक से वेब डिजाइनिंग के कार्य के लिए 68,000 रु0 किराये प्रतिमाह पर लिया गया। अभियुक्तों द्वारा बिल्डिंग से बाहर जाते व अंदर आते समय मेन गेट पर ताला लगाया जाता है, जिससे स्थानीय लोगों को यह लगे कि बिल्डिंग में कोई नहीं रहता है। सचिन सोनी घर के अंदर मौजूद गैंग के अन्य सदस्यों के लिए अनसफ खान द्वारा रोजमर्रा की जरूरत का सामान उपलब्ध कराया करता था।
कस्टमर द्वारा टेलिग्राम ऐप पर महादेव बुक के चैनल पर महादेव बुक के व्हाट्सएप नम्बर 8808838884 / 8808838889 और इस तरह के कई और नंबरों पर गेम खेलने की आईडी खुलवाने का मैसज किया जाता है, फिर अभियुक्तों द्वारा कस्टमर को गेम खेलने व वेबसाइट चुनने के डेमो दिये जाते हैं, फिर कस्टमर द्वारा उसमे से अपनी पसंदीदा वेबसाइट जैसे क्रिकेटबज.कॉम बेटभाई.कॉम, इस्काई 1एक्सचेंज.कॉम आदि वेबसाईट गेम खेलने की लिये चुनी जाती है। फिर कस्टमर को पेमेंट करने के लिये फोन पे, गूगल पे, पेटीएम, अकाउंट डिटेल, स्कैनर यूपीआई आदि पर पैसे ट्रांसफर करने के ऑप्शन दिये जाते हैं जिसमे कस्टमर कम से कम 100 रुपये और ज्यादा से ज्यादा जितना भी चाहता है, लाखों रुपये तक डिपॉजिट कर सकता है। उसके बाद कस्टमर महादेव बुक के नम्बर पर पैसा जमा करने का स्क्रीन शॉट / स्लिप भेजता है इसके बाद कस्टमर अपने पैसों से ऑनलाइन गेम जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, इलैक्शन, कबड्डी, तीन पत्ती, कसीनो, रोलिट, ड्रेगन टाईगर, लाईव कसिनो ताश के पत्तों के अनेक गेम खेलते हैं। इसमें कस्टमर अपना पैसा हार-जीत करने के लिये लगाता है। कस्टमर द्वारा कम पैसा लगाने पर जीता हुआ पैसा कस्टमर को लालच देने के उद्देश्य से उसके खाते में ट्रॉसफर कर दिया जाता है, यदि कस्टमर अधिक पैसा लगानें पर जीत जाता है तो जीतने से पहले ही उसकी आईडी को ब्लॉक कर उसका पैसा अपने फर्जी खाते से व्रिडॉल कर लिया जाता है। अभियुक्तों द्वारा एक बुकी ब्रीफकेश का प्रयोग किया जाता है जिससे एक समय में एक साथ 10 कॉलर्स को आपस में ऑनलाइन गेमिंग में सट्टा लगाने के लिए इंटरकनेक्ट किया जा सकता है।
पकड़े गए आरोपियों में से अक्षय तिवारी व दिव्य प्रकाश को दुबई जाने के लिये टिकट, होटल के पेपर, ट्रैवलिंग इन्श्योरेंस और बीजा व्हाटसअप पर भेजा गया जो इन दोनों को अभियुक्त सचिन सोनी के द्वारा भेजा गया था। इन दोनों अभियुक्तों को दुबई ले जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर 05 लैपटॉप, 03 मोबाइल फोन दिय गये, ये दोनों दुबई एयरपोर्ट पर पहुंचे और एयरपोर्ट के बाहर एक अज्ञात लड़का मिला, जो इन्हें गाड़ी में बैठाकर अबुधाबी ले गया। जहां यह दोनों एक होटल में रूके तथा वहां पर 02 दिन तक कुछ नहीं हुआ। तीसरे दिन लैपटॉप और फोन चालू करके काम करने को कहा गया तथा एक व्हाट्सएप पर मैसेज आया और एक लिंक भेजा गया तो काम चालू कर दिया। इन दोनों द्वारा दुबई में 12 दिन काम किया गया। दोनो अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि फिर 02 लड़के जो लोकल दुबई के थे आये और लैपटॉप व फोन लेकर चले गये। ये लड़के अरबी और अंग्रेजी भाषा में बोल रहे थे उन्होने कहा कि अभी आप दोनों यहीं रूके, आपकी इण्डिया जाने की टिकट हो जायेगी तो वापस जाना होगा। इसके 9 से 10 दिन बाद फोन आया कि तुम्हारी टिकट हो गयी है। कल जाना है सामान तैयार कर लो। अगले दिन वही दोनों लड़के आये और कहा कि तैयार हो जाओ, तुम्हारी फलाईट का समय हो गया है। ड्राईवर ने एयरपोर्ट पर छोड़ दिया फिर ये दोनों 11 बजे की फ्लाईट से 27 नवम्बर 2022 को वापस इण्डिया आ गये।
पकड़े गए आरोपियों से जब पुलिस ने पुछताछ की तो कई चौकाने वाले खुलासे हुए कि पिछले दो माह में 10 बैंकों के 26 फर्जी बैंक अकाउन्ट में से (4059190726/-रुपए) 4 अरब 05 करोड़ 91 लाख 90 हजार 726 रुपये निकाल कर अन्य बैंक अकाउन्टस में ट्रांसफर किये गये हैं तथा इन बैंक अकाउन्ट में शेष धनराशि (18637774/- रुपए) 1 करोड़ 86 लाख 37 हजार 774 रुपए स्थानीय पुलिस द्वारा फ्रीज की गई है। जानकारी के अनुसार अभियुक्त सौरभ चन्द्राकर द्वारा मिलाई छत्तीसगढ़ से मोबाइल के जानकार युवकों को साथ में दुबई ले जाया गया था। दुबई में विला किराए पर लेकर सट्टे का खेल शुरू किया। फिर इस खेल का नेटवर्क पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका समेत 11 देशों में फैला दिया। महादेव बुक, रेड्डी अन्ना बुक और अंबानी बुक का संचालन करने लगा। अलग-अलग देशों में इसके सहयोगी ऑनलाइन सट्टा चला रहे हैं। सौरभ चन्द्राकर दुबई से आनलाईन सट्टा ओपरेट कर रहा है। महादेव बुक कथित तौर पर प्रति माह 250-300 करोड़ रुपये की कमाई कर रहा है। अभियुक्तों द्वारा धोखाधडी में प्रयोग मे लाये गये अन्य फर्जी बैंक खातों की जानकारी की जा रही है।
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