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नुपुर शर्मा पर बढ़ रहा महाराष्ट्र पुलिस का दबाव, पैगंबर पर टिप्पणी मामले में भेजा एक और समन
Kajal Dubey
12 Jun 2022 10:06 AM GMT
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महाराष्ट्र की भिवंडी पुलिस ने निलंबित भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के सिलसिले में सोमवार को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक चेतन काकड़े ने संवाददाताओं को बताया कि नुपुर के अलावा भाजपा से निष्कासित पदाधिकारी नवीन कुमार जिंदल को भी पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित विवादास्पद ट्वीट पर 15 जून को अपना बयान दर्ज करने के लिए कहा है। अधिकारी ने बताया कि रजा अकादमी के एक प्रतिनिधि द्वारा 30 मई को दर्ज कराई गई शिकायत के बाद भिवंडी पुलिस ने शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने जिंदल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
मुंब्रा पुलिस ने शर्मा को 22 जून को पेश होने के लिए कहा
इससे पहले, ठाणे में मुंब्रा पुलिस ने शर्मा को 22 जून को उनके सामने पेश होने के लिए कहा और अपनी टिप्पणी पर अपना बयान दर्ज कराया। मुंबई पुलिस ने उन्हें 25 जून को एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर के बारे में उनकी टिप्पणी के संबंध में एक बयान दर्ज करने के लिए भी तलब किया है, जिससे एक बड़ा विवाद पैदा हो गया। पुलिस ने संबंधित न्यूज चैनल से बहस का वीडियो मांगा था। भाजपा ने 5 जून को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था और दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख जिंदल को निष्कासित कर दिया था क्योंकि पैगंबर के खिलाफ उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणी के बाद भारत और खाड़ी देशों में आक्रोश फैल गया था।
25 जून के मुंबई के पाइधोनी थाने में बयान दर्ज कराएंगी नूपुर
इससे पहले नुपुर शर्मा को मुंबई के पाइधोनी थाने से भी समन भेजा गया है। मुंबई पुलिस का यह समन नुपुर के बयान की जांच और रिकॉर्डिंग से संबंधित है।
क्या है मामला
दरअसल करीब 10 दिनों पहले एक टीवी डिबेट के दौरान नुपुर शर्मा द्वारा दिए गए विवादित बयान और जिंदल द्वारा डिलीट की गईं ट्वीट्स के बाद ट्विटर पर विवाद बढ़ गया था। विरोध कर रहे देशों में भारतीय उत्पाद का बहिष्कार करने की बात होने लगी थी। पार्टी द्वारा एक्शन लिए जाने के बाद नुपुर ने अपना विवादित बयान वापस लिया था। उन्होंने दावा किया था कि भगवान शिव के लगातार मजाक उड़ाए जाने और उनका अपमान होता देख उन्होंने ऐसी प्रतिक्रिया दे डाली थी। नुपुर ने स्पष्ट कहा था कि अगर उनके बयान से किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हों तो वह क्षमा मांगती हैं।
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